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Tuesday, 29 January 2019

शुक्र का धनु राशि में गोचर - क्या होगा १२ राशियों पर इसका प्रभाव ? शुक्र गोचर / 29 जनवरी 2019


शुक्र जिसे अंग्रेजी में वीनस यानि सुंदरता की देवी  कहा जाता है। जिसे ज्योतिष में स्त्री ग्रह भी माना जाता है। जो वृषभ व तुला राशियों के स्वामी हैं। जिन्हें दैत्यगुरु भी माना जाता है। जो जातक की कुंडली में विवाह से लेकर संतान तक के योग बनाते हैं। लाभ का कारक भी शुक्र को माना जाता है। जीवन में सुख-समृद्धि भी शुक्र के शुभ प्रभाव से आती है। शुक्र जातक में कला के प्रति आकर्षण पैदा करते हैं। कलात्मकता का विकास करते हैं। शुक्र का जातक की कुंडली में कमजोर या मजबूत होना बहुत मायने रखता है मीन राशि में शुक्र उच्च के होते हैं तो कन्या राशि में इन्हें नीच का माना जाता है। शुक्र जो सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद आकाश में अपनी चमक से एक विशेष पहचान रखते हैं। शनि, बुध व केतु के साथ इनकी मित्रता है तो सूर्य, चंद्रमा व राहू के साथ इनका शत्रुवत संबंध है। मंगल व बृहस्पति के साथ इनका संबंध सामान्य है। शुक्र ही वह ग्रह हैं जिन्हें हम भोर का तारा कहते हैं। शुक्र का राशि परिवर्तन करना ज्योतिष शास्त्र के नज़रिये से एक अहम गतिविधि है।


29 जनवरी को 23 बजकर 42 मिनट पर शुक्र वृश्चिक राशि से परिवर्तन कर धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं। जहां पर शनि के साथ सूर्य पहले से ही गोचर कर रहे हैं। कुल मिलाकर शुक्र का यह गोचर परिवरिवर्तन त्रीग्रही योग बना रहा है। राशिनुसार शुक्र आपको कैसे प्रभावित करेंगें आइये जानते हैं।



मेष – आपकी राशि से शुक्र का परिवर्तन नवम भाव में हो रहा है। आपके लिये यह समय भाग्योन्नति के संकेत कर रहा है। भाग्य स्थान में शुक्र शनि व सूर्य के साथ गोचर करेंगें। कार्यक्षेत्र में आपके लिये उन्नति के योग हैं, वैवाहिक जीवन भी काफी अच्छा बीतेगा। भाई बहनों का भी आपको पूर्ण सहयोग मिल सकता है। धार्मिक कार्यों के प्रति भी आपका रूझान बढ़ने के आसार हैं। रोमांटिक जीवन की बात करें तो संबंधों में स्थिरता रहने के आसार हैं। इस गोचर के दौरान आप दोस्तों और करीबियों के साथ एक सुखमय समय व्यतीत कर पाएंगे।

वृषभ – वृषभ राशि के स्वामी स्वयं शुक्र हैं जो आपकी राशि से अष्टम भाव में प्रवेश करेंगें। अष्टम भाव में शनि व सूर्य के साथ गोचर करने से यह समय आपके लिये छोटी यात्राओं के योग बना रहा है। हालांकि शारीरिक तौर पर आपको कष्ट उठाने पड़ सकते हैं। स्वास्थ्य भी थोड़ा ढ़ीला रहने के आसार हैं। शत्रु पक्ष भी आप पर हावि रह सकता है। प्रतिस्पर्धियों से चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कुल मिलाकर आपको इस समय थोड़ा संभलकर रहने की आवश्यकता रहेगी।

मिथुन – आपकी राशि से शुक्र सप्तम भाव में शनि व सूर्य के साथ गोचररत हो रहे हैं। यह समय आपके लिये दांपत्य जीवन में स्थिरता लाने वाला रहने के आसार हैं। जो अविवाहित जातक परिणय सूत्र में बंधने के इच्छुक हैं उन्हें इसके लिये थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है लेकिन उनके विवाह संबंधी बात जरूर आगे बढ़ सकती है। आपके लिये कोई अच्छा रिश्ता आ सकता है। हालांकि अविवाहित प्रेमी युगलों में आपसी तालमेल में कमी आ सकती है। साथी की नाराज़गी भी झेलनी पड़ सकती है। जो जातक किसी के प्रेमपाश में बंधना चाहते हैं उनके लिये प्रेम के योग बन रहे हैं। शारीरिक सुख के साथ-साथ मानसिक शांति आपको मिल सकती है।

कर्क – कर्क राशि वालों के लिये शुक्र राशि से छठे स्थान में प्रवेश कर रहे हैं जहां पर शनि के साथ सूर्य पहले से ही गोचररत हैं। आपके लिये यह परिवर्तन सौभाग्यशाली कहा जा सकता है। विशेषकर व्यवसायी एवं विद्यार्थियों के लिये अपने प्रतिस्पर्धियों पर विजय पाने के योग बन रहे हैं। आपकी सेहत में भी सुधार महसूस कर सकते हैं। यात्रा के योग भी इस दौरान आपके लिये बन सकते हैं। धन लाभ के संकेत भी हैं। हालांकि बावजूद इन तमाम सकारात्मक पहलुओं के आपको सुख का अभाव हो सकता है, माता के लिये यह समय कष्टकारी रह सकता है.


सिंह – आपकी राशि से शुक्र पंचम भाव में गोचर करेंगें। शनि व सूर्य के साथ शुक्र के आने से यह समय आपके लिये लाभकारी रहने के आसार हैं। विशेषकर जो जातक किसी तरह की परीक्षा में शामिल हो रहे हैं या फिर कहीं साक्षात्कार दे रहे हैं तो उन्हें सफलता मिलने के आसार हैं। संतान पक्ष की ओर से भी आप संतुष्ट रह सकते हैं। रोमांटिक जीवन भी इस समय सुखद रहने के आसार हैं। कार्यक्षेत्र में उन्नति की उम्मीद भी कर सकते हैं। हालांकि एक अंजान सा भय भी आपको सता सकता है।

कन्या – कन्या जातकों के लिये शुक्र का परिवर्तन सुखभाव मे हो रहा है जहां शनि के साथ सूर्य गोचर कर रहे हैं। इस समय आपके सुख में वृद्धि होने के आसार हैं। यदि लंबे समय से मकान या वाहन की खरीददारी का विचार बना रहे हैं तो आपको सफलता मिल सकती है। कार्यक्षेत्र में भी आपके लिये उन्नति के योग बन रहे हैं। भाग्य का भी आपको पूरा साथ मिलेगा। हालांकि इस दौरान आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी होने के आसार हैं।

तुला – शुक्र के धनु राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि के तीसरे भाव में विराजमान होगा। आपकी राशि में शुक्र की ये स्थिति आपके लिए शुभ फलदायी सिद्ध होगी। इस समय आपका सारा ध्यान अपने लक्ष्य प्राप्ति पर होगा। आपके बोल चाल की शैली में बदलाव आएगा और आप अपने भाई बहनों के साथ एक खुशगवार वक़्त व्यतीत कर सकेंगे। इस दौरान आप नए लोगों के साथ संपर्क में आएंगे और आपके नए मित्र भी बनेंगे। लिहाजा आपके सामाजिक स्तर में वृद्धि होगी और आप में एक सकारात्मकता आएगी। इस अवधि के दौरान आप किसी अनचाही यात्रा पर भी जा सकते हैं, लेकिन ये यात्रा आपके लिए खासी लाभदायक साबित होगी। दूसरी तरफ आपका रूझान धार्मिक कार्यों के तरफ भी होगा। स्वास्थ्य के आधार पर देखा जाए तो गोचर की इस अवधि के दौरान आपको अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कार्यक्षेत्र में बॉस के साथ अच्छे संबंध बनेंगे और आपके काम की सराहना होगी। यदि आप किसी नए व्यापार की शुरुआत करना चाहते हैं तो उसके लिए भी ये समय उत्तम है।

वृश्चिक – आपकी राशि से शुक्र दूसरे भाव में आ रहे हैं। धन भाव में शुक्र के आने से इस समय आपके लिये धन वृद्धि के योग बन रहे हैं। लंबे समय से यदि किसी बिमारी से परेशान हैं तो निजात मिलने की प्रबल संभावनाएं हैं। हालांकि दांपत्य जीवन में आपको थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है आपको रिश्तों में अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अविवाहित जातकों का रोमांटिक जीवन अच्छा रहने के आसार हैं साथी के साथ आपके संबंध मधुर रहने की उम्मीद कर सकते हैं। आपको धन प्राप्ति तो होगी लेकिन साथ ही खर्च भी बढ़ सकते हैं। आर्थिक स्थिति बेहतर बनाये रखने के लिये खर्चों पर नियंत्रण कर संतुलन बनाये रखने का प्रयास करें।

धनु – शुक्र आपकी ही राशि में प्रवेश कर रहे हैं। यह समय स्वास्थ्य के मामले में आपके लिये सौभाग्यशाली कहा जा सकता है। इस दौरान आपकी मुलाकात कुछ पुराने मित्रों से भी हो सकती है जिससे आपको काफी खुशी मिलेगी। व्यवसायी जातकों के लिये प्रतिस्पर्धी चुनौतियां खड़ी कर सकते हैं। इस दौरान आपके लिये यात्रा के योग भी बनेंगे जो कि आपके लिये लाभकारी रह सकती हैं। पैतृक संपत्ति से भी आपको लाभ मिलने के आसार हैं। जो मित्र, दोस्त, सगे-संबंधि दूर रहते हैं उनसे लाभ मिल सकता है।

मकर – आपकी राशि से शुक्र का 12वें स्थान में गोचररत हो रहे हैं। इस दौरान कामकाजी जीवन के लिये समय लाभकारी रहने के आसार हैं। साक्षात्कार एवं प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है। प्रेम जीवन भी अच्छा रहने की उम्मीद कर सकते हैं। विवाहित दंपति संतान संबंधी खुशखबरी पा सकते हैं। इस समय आपके प्रतिद्वंदि भी कमजोर प्रतीत होंगे। कुल मिलाकर शुक्र का यह राशि परिवर्तन आपके लिये शुभ कहा जा सकता है। हालांकि गोचर की इस अवधि के दौरान आपकी आय के नए मार्ग भी बनेंगे। इस समय आप भौतिक वस्तुओं का लाभ भी उठा पाएंगे। लेकिन शुक्र के आपकी राशि से बारहवें भाव में विराजमान होने की वजह से आपको धन की हानि प्रभावपूर्ण तरीके से हो सकती है। वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी के साथ छोटे-मोटे टकराव होने की संभावना है। इस समय जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद की स्थिति से बचें क्योंकि इससे दोनों के बीच झगड़े बढ़ सकते हैं जो आपके रिश्ते के लिए हानिकारक होगा।

कुंभ – कुंभ राशि वालों के लिये लाभ का कारक माने जाने वाले शुक्र लाभ स्थान में ही प्रवेश कर रहे हैं। लेकिन लाभ घर में ही शनि व सूर्य के गोचर करने से लाभ में कमी के संकेत हैं। भाग्य का साथ भी आपको हो सकता है अपेक्षाकृत कम मिले। माता-पिता की ओर से आपको सुख का अनुभव हो सकता है। भौतिक सुख तो आपको मिलेगा लेकिन हो सकता है आप आत्मिक तौर पर संतुष्टि महसूस न करें। जिन कार्यों से आपको लाभ प्राप्ति की अपेक्षा है उनमें विलंब हो सकता है। बड़े बुजूर्गों से आपको सहयोग मिल सकता है।

मीन – इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि के दसवें भाव में विराजमान होगा। ये समय आपके लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आएगा। जहाँ एक तरफ कार्यक्षेत्र में आपको विभिन्न प्रकार के उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं वहीं दूसरी तरफ बिजनेस से जुड़े लोगों को इस दौरान ख़ासा लाभ मिल सकता है। यदि आप अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने की सोच रहे हैं तो, ये समय आपके लिए सबसे ज्यादा उत्तम है। दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार रखें और बोलचाल में अप-शब्दों का प्रयोग ना करें। ऐसा करना आपकी छवि को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। इस समय आपको अपने दुश्मनों से बचकर रहने की आवश्यकता है क्योंकि इस वक़्त वो आप पर हावी रहेंगे। परिवार में छोटे भाई-बहनों के साथ मतभेद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। इस वक्त आपको अपने आप पर संयम रखने की आवश्यकता है और साथ ही इस दौरान अपनी वाणी में मधुरता बनाए रखना आपके लिए बेहतर होगा। जमीन जायदाद और प्रॉपर्टी से जुड़ा कोई मसला इस समय परिवार में विवाद का कारण बन सकता है। जीवनसाथी के साथ अच्छा व्यवहार आपके वैवाहिक जीवन में खुशियों का संचार करेगा और आप एक दूसरे के साथ रोमांटिक पल गुजार सकेंगे। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखें तो गोचर की इस अवधि के दौरान आपको अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखने की आवश्यकता है। अस्थमा के रोगियों को इस दौरान ख़ासा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।


ACHARYA MUKESH
ASTRO NAKSHATRA 27

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