अश्विन माह की कन्या संक्रांति के दिन विश्वकर्मा पूजा की जाती है। इसी दिन भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था। शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि विश्वकर्मा जयंती पर भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से कारोबार में वृद्धि होती है। धन-धान्य और सुख-समृद्धि के लिए भगवान विश्वकर्मा की पूजा करना आवश्यक और मंगलदायी है। इस दिन उद्योगों, फैक्ट्रियों और मशीनों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन विश्वकर्मा पूजा करने से खूब तरक्की होती है और कारोबार में मुनाफा होता है। यह पूजा विशेष तौर पर सभी कलाकारों, बुनकर, शिल्पकारों और औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों द्वारा की जाती है।
पूजन हेतु आपके वाहन या मशीन या आज के परिवेश में कहें तो लैपटॉप , मोबाइल , फ्रीज़ की सफाई इत्यादि कर गंगा जल से पवित्र कर के पंचोपचार पूजन करें और भक्ति भाव से अपने तथा परिवारजनों के प्रगति एवं सुविधाओं हेतु उनका सम्मान हृदयपूर्वक करें। 17 सितंबर 2019 का पूरा ही दिन राहु काल को छोड़ पूजा के लिए उपयुक्त है।
आचार्य मुकेश
Astro Nakshatra 27
पूजन हेतु आपके वाहन या मशीन या आज के परिवेश में कहें तो लैपटॉप , मोबाइल , फ्रीज़ की सफाई इत्यादि कर गंगा जल से पवित्र कर के पंचोपचार पूजन करें और भक्ति भाव से अपने तथा परिवारजनों के प्रगति एवं सुविधाओं हेतु उनका सम्मान हृदयपूर्वक करें। 17 सितंबर 2019 का पूरा ही दिन राहु काल को छोड़ पूजा के लिए उपयुक्त है।
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