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Monday, 22 October 2018

क्या आपके पास भी पैसा नहीं टिकता ? करें इस दिवाली ये चमत्कारी उपाय ASTRO NAKSHATRA 27 : ACHARYA MUKESH



कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके पास कभी पैसा टिकता नहीं है। वे कितना भी कोशिश कर लें मगर पैसा आते ही चला जाता है। ऐसे लोगों के घरों में बरकत भी नहीं होती तथा वे हमेशा पैसों की तंगी में ही जीते हैं। अगर आपके साथ भी यही समस्या है तो इसका निदान मोती शंख से संभव है। 

ऐसा माना जाता है कि मोती शंख की पूजा की करने से धन में वृद्धि होती है। तंत्र शास्त्र के अनुसार मोती शंख एक विशेष प्रकार का शंख होता है, ये आम शंख से थोड़ा अलग दिखाई देता है और थोड़ा चमकीला भी होता है। इस शंख को विधि-विधान से पूजन कर यदि तिजोरी में रखा जाए तो घर, कार्यस्थल, व्यापार स्थल और भंडार में पैसा टिकने लगता है। आमदनी बढऩे लगती है। 

मोती शंख एक बहुत ही दुर्लभ प्रजाति का शंख माना जाता है। तंत्र शास्त्र के अनुसार यह शंख बहुत ही चमत्कारी होता है। दिखने में बहुत ही सुंदर होता है। मोती जैसी चमकीली आभा के कारण इसे मोती शंख कहते हैं।

जिस प्रकार पूजन शंख को विष्णु और दक्षिणावर्ती शंख को लक्ष्मी स्वरुप माना जाता है। उसी प्रकार मोती शंख को सौभाग्य लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।

मोती शंख का प्रयोग इस प्रकार करें- 


प्रयोग- किसी बुधवार को सुबह स्नान कर साफ कपड़े में अपने सामने इस शंख को रखें और उस पर केसर से स्वस्तिक का चिह्न बना दें। इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का जप करें :-


 श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम: - मंत्र का जप स्फटिक माला से ही करें।

मोती शंख को " दरिद्र-निवारक" कहा जाता है ! अतः यदि इस शंख को कारखाने में स्थापित किया जाए तो स्वतः ही उसकी दरिद्रता समाप्त हो जाती है तथा व्यापार में आशातीत वृद्धि होने लग जाती है * यदि मन्त्र सिद्ध प्राण-प्रतिष्ठित मोती-शंख अपने पूजा स्थान में स्थापित किया जाए तथा उसमें जल भरकर लक्ष्मी के चित्र पर चढाया जाए तो लक्ष्मी प्रसन्न होती है और आर्थिक उन्नति होना प्रारंभ हो जाती है !

                                       


विविध प्रयोग :

1. किसी शुभ नक्षत्र या दीपावली में मोती- शंख को घर में स्थापित कर दें , तथा नित्य " ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मये नमः " ११ बार बोलकर एक-एक चावल का दाना शंख में भरते रहें ! इस प्रकार १०८ दाने इस शंख में डालें और इस प्रकार ११ दिन तक प्रयोग करें ! यह प्रयोग इतना शक्ति-शाली है कि यदि इसे लगातार किया जाए तो व्यक्ति कि जन्म-जन्म कि दरिद्रता दूर हो जाती है !



2. कांच के एक कटोरे में लघु मोती शंख रख कर उसे अपने बिस्तर के नजदीक रखें। इससे कमरे के आस-पास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और पति-पत्नी में प्रेम बढ़ेगा।




3. मोती शंख में चावल भरकर मानसिक रोग से ग्रस्त व्यक्ति के सिर के ऊपर से सात बार उतार कर जल में प्रवाहित कर देने से उसे रोग से मुक्ति मिल सकती है।

                                         



4. मोती शंख को रात्रि में पानी से भरे किसी कांच के बर्तन में रखें। प्रातः उस पानी को पी लें। यह क्रिया रोज करें, चेहरे पर चमक व कांति आएगी और आंतों के रोग दूर होंगे। इसके अतिरिक्त इस शंख को रोज चेहरे पर हल्के-हल्के फेरें, चेहरा मोती की तरह चमकने लगेगा। यह क्रिया करने से लड़कियों के चेहरों पर पड़ने वाले दाग व मुंहासे शीघ्र दूर होने लगते हैं।



5. जिस फसल की पैदावार में वृद्धि की कामना हो, उसके कुछ बीज एक मोती शंख में डालकर अपने पूजा स्थल पर रखें, पैदावार भरपूर होगी।



6. यदि घर में कोई बहुत बीमार हो, तो मोती शंख में जल भर कर पूजा घर में रखें और दवाई का सेवन मोती शंख के जल से करवाएं। बीमार के स्वास्थ्य में सुधार आने लगेगा और वह शीघ्र ही पूरी तरह ठीक हो जाएगा।

7. गृह कलह नाश और घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए इसे एक ताम्बे के पात्र में जल भरकर उसके बीचों बीच घर के ईशान कोण या ब्रह्मस्थल में स्थापित करे।

8. यदि गुरु पुष्य योग में मोती शंख को कारखाने में स्थापित किया जाए तो कारखाने में तेजी से आर्थिक उन्नति होती है।

9. मोती शंख में जल भरकर लक्ष्मी के चित्र के साथ रखा जाए तो लक्ष्मी प्रसन्न होती है।

10. अक्षय तृतीया पर एक लाल कपड़े में मोती शंख , गोमती चक्र, लघु नारियल, पीली कौड़ी और चाँदी के सिक्के का माँ लक्ष्मी के सामने पूजन कर 21 पाठ श्री सूक्त का करे और पोटली बना कर मन्दिर में स्थापित कर दें। पोटली खोले बिना नित्य ऊपर से ही धूप दीप करें। थोड़े ही दिनों में आर्थिक समस्या समाप्त होने लगेगी।

11.यदि व्यापार में घाटा हो रहा है तो एक मोती शंख धन स्थान पर रखने से व्यापार में वृद्धि होती है।

12. रात्रि में इसमें जल भरकर रख दें और सुबह उससे चेहरे पर मसाज करने से चेहरे के दाग धब्बे खत्म हो जाते हैं और चेहरा कांतियुक्त हो जाता है।



13.देशी चिकित्सा पद्धति में इससे नाद करने से फेफड़े और हृदय रोग में लाभ होना बताया गया है।

14. अन्न-भण्डार में स्थापित करने पर वो सदैव परिपूर्ण रहता है।

15.रोगी व्यक्ति को इसमें रखा जल पिलाने से वो शीघ्र स्वास्थ्य लाभ करता है।

अन्य किसी जानकारी, समस्या समाधान, कुंडली विश्लेषण हेतु सम्पर्क कर सकते हैं।

Acharya Mukesh   M -7678689062  Mail:  astronakshatra27@gmail.com

                                                             ।।जय श्री राम।।
                           


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