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Saturday, 23 February 2019

शुक्र का मकर राशि में गोचर - 24 फरवरी 2019


शुक्र ग्रह को वैदिक ज्योतिष के अनुसार ऐसे ग्रह का दर्जा प्राप्त है जो आपको कला और सुख-सुविधाएँ प्रदान करता है। इसके साथ ही इसे सौंदर्य, रोमांस, विलासिता आदि का कारक भी माना जाता है। अतः जिस जातक की जन्म कुंडली में शुक्र शुभ स्थिति में होता है वह व्यक्ति रूपवान और कला प्रेमी होता है साथ ही भौतिक वस्तुओं में उसकी रूचि भी ज्यादा होती है। वहीं दूसरी ओर यदि कुंडली में शुक्र अशुभ हो तो जातक को वैवाहिक जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही उसे भौतिक सुखों में भी कमी आ जाती है

24 फरवरी 2019, रविवार को शुक्र ग्रह रात्रि के 10:59 पर धनु राशि से मकर राशि में गोचर कर जाएगा। इसके बाद 22 मार्च 2019 को शुक्र ग्रह मकर से कुंभ राशि में रात्रि को लगभग 3:34 पर गोचर करेगा। शुक्र के मकर राशि में गोचर से सभी राशियों में कुछ न कुछ परिवर्तन देखने को मिलेगा।

भौतिक, वैवाहिक सुख, भोग-विलास, शौहरत, कला, प्रतिभा, सौन्दर्य, रोमांस, काम-वासना, आदि का कारक शुक्र ग्रह वृषभ और तुला राशि का स्वामी होता है। इसके साथ ही मीनइनकी उच्च राशि तो वहीं कन्या इसकी नीच राशि कहलाती है। 27 नक्षत्रों में से भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों का स्वामित्व इन्हे प्राप्त है। मित्रों की बात करें तो बुधऔर शनि ग्रह शुक्र के मित्र ग्रह हैं तथा सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु ग्रह माने जाते हैं। जिन भी जातकों की कुंडली में शुक्र क्रूर होता है उन्हें ज्योतिषी अरंड मूल, हीरा और छः मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह देते हैं। तो आइये अब जानते हैं कि इस गोचर से आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

                                            मेष
शुक्र ग्रह का गोचर आपके दशम भाव में हो रहा है। इस भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है। इस भाव के सक्रीय होने के चलते कार्यक्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी। अपने काम करने के तरीके से आप अपने उच्च पदस्थ अधिकारियों को प्रभावित कर पाएंगे। जो लोग कारोबार करते हैं उनके लिए भी यह समय अनुकूलता लिए हुए है। आपको सलाह दी जाती है कि इस अवधि में किसी की निंदा करने से बचें नहीं तो समाज में आपकी मानहानि हो सकती है। आपका जीवनसाथी इस समयावधि में आपका पूरा सहयोग देगा और परिवार के बाकी लोगों से भी संबंध अच्छे रहेंगे। अगर अपने जीवनसाथी से आपका कोई विवाद था तो इस वक्त आप दोनों पारस्परिक तालमेल से उसे सुलझा लेंगे। 

  वृषभ
आपकी राशि से नवम भाव में शुक्र ग्रह का गोचर हो रहा है। नवम भाव को धर्म भाव भी कहा जाता है और इससे आपके ज्ञान और विश्वास का भी पता चलता है। ऐसे में इस भाव में शुक्र के गोचर से आपका भाग्य चमकेगा, आपको कहीं से खुशख़बरी भी मिल सकती है जिसकी वजह से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। धार्मिक कार्यों में इस दौरान आपकी रूचि बढ़ेगी और आप दान-पुण्य करने में भी आगे रहेंगे। बीते दिनों में जो आपने अच्छे काम किये हैं उनका भी अच्छा फल इस दौरान आपको मिल सकता है। इस वक्त आप संयमित रहेंगे जिससे बाकी लोग भी आपसे आकर्षित होंगे और हर क्षेत्र में आपको कोई न कोई ऐसा सहयोगी मिल जाएगा जिसके सहयोग से हर मुश्किल आसान हो जाएगी। 

मिथुन
शुक्र ग्रह का गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव में हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इस भाव को आयुर भाव भी कहा जाता है इस भाव से हम जीवन में आने वाले उतार-चढ़ावों के बारे में, मृत्यु और लिंग के बारे में विचार करते हैं। इस गोचर के दौरान आपको अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रखने की जरूरत है क्योंकि इस वक्त आपमें कामुकता की अधिकता देखी जाएगी। अपने अहम को खुद पर हावी न होने दें और ना ही किसी को नीचा दिखाने की कोशिश करें। अगर आप विवाहित हैं और आपके बच्चे हैं तो इस दौरान आपको अपने बच्चों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। 

कर्क
शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से सातवें भाव में हो रहा है। सप्तम भाव से हमें जीवन में होने वाली साझेदारियों का और विवाह का पता चलता है। अतः इस दौरान आप अपने संगी के साथ प्यार भरे पल गुजार पाएंगे। रोमांस की अधिकता इस दौरान देखने को मिल सकती है। अपने जीवनसाथी की कड़वी बातें भी आपको इस वक्त मीठी लग सकती हैं। अपने जीवनसाथी को खुश करने के लिए आप कोई महँगा गिफ्ट भी ले सकते हैं। इस राशि के जो जातक अब तक सिंगल हैं उनके लिए कोई अच्छा रिश्ता इस दौरान आ सकता है। 

सिंह
शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से छठे भाव में है। छठे भाव को शत्रु भाव भी कहा जाता है इसलिए इस गोचर के दौरान आपको थोड़ा संभलकर चलने की जरूरत है नहीं तो आपको परेशानी उठानी पड़ सकती है। इस दौरान उन लोगों से दूर रहने की कोशिश करें जो आपके मुंह के सामने तो आपके दोस्त बनने का दिखावा करते हैं लेकिन पीठ पीछे आपके खिलाफ साज़िश करते हैं। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को कार्यक्षेत्र में अच्छे फल पाने के लिए इस दौरान कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। वैवाहिक जीवन में भी आपको संभलकर चलने और अपनी वाणी पर काबू रखने की जरूरत है क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करते तो आपका जीवनसाथी आपसे खिन्न हो सकता है। 
कन्या
शुक्र देव आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसे संतान भाव भी कहा जाता है। इस भाव से आपकी बुद्धि और आपकी रचनात्मकता का भी पता चलता है। शुक्र के गोचर से आपको इस दौरान अच्छे फल मिलेंगे जिससे समाज के बीच आपकी स्थिति सुधरेगी। इसके साथ ही परिवार के बीच भी आप लीडर की तरह उभरेंगे। आर्थिक स्थिति भी इस दौरान अच्छी होने की पूरी उम्मीद है। इस दौरान आप जो भी काम शुरू करेंगे उसमें आपको सफलता मिलने की बहुत ज्यादा संभावना रहेगी। अब तक जो कल्पनाएं आपके मन में थीं वो अब साकार हो सकती हैं। कारोबारियों को इस दौरान उन योजनाओं को लागू करना चाहिए जिसके बारे में वो लंबे समय से सोच रहे थे। 

तुला
शुक्र देव आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं। इस भाव को सुख भाव भी कहा जाता है। इस दौरान आपके रिश्तों में सकारात्मक बदलाव आने की पूरी संभावना है। घर में खुशियों का माहौल रहेगा और उम्मीद है कि इस ख़ुशी की वजह आप होंगे। इस राशि के कुछ लोग इस दौरान नया घर या नया वाहन खरीदने का मन बना सकते हैं। अपने माता-पिता से इस समय आपका लगाव बढ़ेगा और उनकी बातों को आप बहुत गौर से सुनेंगे। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को इस दौरान कार्यक्षेत्र में कोई बड़ी परेशानी नहीं आएगी बल्कि आपके काम करने की गति पहले की तुलना में बढ़ेगी। अपने विरोधियों पर आप इस समयावधि में हावी रहेंगे और अपनी प्रखर वाणी से उनपर विजय प्राप्त करेंगे। 

उपाय: शुक्र के बीज मंत्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” का जाप करें।
वृश्चिक
शुक्र देव आपकी राशि से तृतीय भाव में भ्रमण कर रहे हैं। तृतीय भाव को पराक्रम भाव भी कहा जाता है। इस भाव से हम साहस, पराक्रम और बड़े भाई-बहनों से संबंध के बारे में विचार करते हैं। शुक्र देव जब तक आपके तृतीय भाव में रहेंगे तब तक कला, संगीत जैसे कलात्मक विषयों में आपकी रूचि बढ़ेगी। इस दौरान आपके जीवनसाथी को उनके कार्यक्षेत्र में कोई बड़ी सफलता मिल सकती है। 

इस समय आपको कुछ विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, घबराने की जगह आपको हिम्मत और चतुराई से काम लेने की सलाह दी जाती है।


उपाय: नियमित रूप से सूर्य देव को जल अर्पित करें।

धनु
शुक्र देव आपकी राशि से द्वितीय भाव में गोचर कर रहे हैं। द्वितीय भाव को धन भाव भी कहा जाता है। इस भाव से हम धन, वाणी और संचार के बारे में विचार करते हैं। इस अवधि में आपके बैंक बैलेंस के बढ़ने की पूरी संभावना है। हालांकि इस समय आपके खर्चे भी बढ़ सकते हैं लेकिन इसके बावजूद भी आप पर्याप्त धन संचय कर पाने में पूरी तरह सक्षम होंगे। इस दौरान घर में किसी मांगलिक कार्य के होने की भी संभावना है। अपनी वाणी से आप घर और समाज के बीच एक नई पहचान बनाएँगे। आपका जीवनसाथी इस समय आपके प्रति आकर्षण महसूस करेगा। प्रेम जीवन की डोर इस समयावधि में मजबूत होगी।
उपाय: कन्याओं में सफेद बर्फी वितरित करें।

मकर
शुक्र देव आपकी ही राशि यानि आपके लग्न भाव में गोचर कर रहे हैं। काल पुरुष की कुंडली में प्रथम भाव मेष राशि का होता है जोकि कारक है आपके स्वभाव, स्वास्थ्य और शारीरिक क्षमता का। आपकी राशि में शुक्र देव के गोचर से आपको इस अवधि में अच्छे फल मिलेंगे। प्रेम संबंधो में प्रगाढ़ता आएगी और गिले शिकवे दूर होंगे। खासकर इस राशि के विवाहित लोगों को इस दौरान मनमाफिक फल मिलेंगे। आप अपने जीवनसाथी को जैसा देखना चाहते हैं इस वक्त आपको वो वैसा ही नज़र आएगा। आर्थिक पक्ष भी मजबूत होने की पूरी संभावना है। कला और सौंदर्य के क्षेत्रों से जुड़े लोग अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।
उपाय: शुक्र के बीज मंत्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” का जाप करें।
कुंभ
शुक्र देव आपकी राशि से द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं। द्वादश भाव आपके गुप्त चरित्र, व्यय और नुक्सान का कारक होता है। इस गोचर के दौरान आप विलासिता से जुड़े सामानों पर खूब खर्च कर सकते हैं। इस राशि के व्यापारी लोगों को इस दौरान विदेशी स्रोतों से लाभ होने की संभावना है। इसके साथ ही लंबी दूरी की यात्रा भी इस राशि के कुछ जातकों को करनी पड़ सकती हैं। इस दौरान आपको अपने गुप्त शत्रुओं से बचकर रहना होगा वो आपको किसी बड़ी मुश्किल में डाल सकते हैं। इस अवधि में कामुक विचारों को अपने ऊपर हावी न होने दें। परिवार के बीच सामंजस्य बिठाने के लिए आपको अपने रचनात्मक विचारों का इस्तेमाल करना चाहिए। स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सतर्क रहें आपकी छोटी सी लापरवाही आपके स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती है।
उपाय: स्फटिक की माला पहनें।

मीन

शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में है। इस भाव से लाभ, आय और बड़े भाई-बहनों से संबंधों के बारे में विचार किया जाता है। शुक्र देव के इस गोचर के कारण आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को इस दौरान कार्यक्षेत्र में सम्मान के साथ-साथ प्रमोशन भी मिल सकता है। इस वक्त आप अपनी कई इच्छाओं को पूरा कर पाएंगे। प्यार की अधिकता इस समय देखने को मिल सकती है। विवाहिक जीवन शानदार रहेगा और किसी भी तरह की अड़चन नहीं आएगी। इस राशि के कई जातकों को अपने बच्चों के कारण समाज में सम्मान मिल सकता है। धार्मिक कार्यों के प्रति आपकी रूचि बढ़ेगी और इसके लिए आप दान भी कर सकते हैं।
उपाय: हनुमान जी की आराधना करें।

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