वेदों में सूर्य को जगत की आत्मा कहा गया है। सूर्य देव समस्त ग्रहों के स्वामी हैं। रविवार, 16 दिसंबर, 2018 को सुबह 9 बजकर 25 मिनट पर सूर्य देव धनु-राशि में गोचर करेंगे। इस दौरान सूर्य देव वृश्चिक राशि से चलकर धनु राशि में जाएंगे और सोमवार, 14 जनवरी, 2019, 08:06 P.M. तक वहाँ संचरण करेंगे। आचार्य मुकेश के अनुसार रविवार यानि सूर्य देव और गायत्री शक्ति के दिन सूर्य का यह राशि परिवर्तन यानि "धनु-संक्रांति" काफी शुभ फलदाई है !
सूर्य के राशि परिवर्तन के साथ ही न्याय के देवता कहे जानें वाले शनि देव सूर्य देव के अत्यंत पास आने के कारण अस्त हो रहे है। शनि देव 15 दिसंबर 17:28 से 20 जनवरी 2019 तक अस्त रहने वाले हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि शनि सूर्य के दोनों ओर 15 डिग्री या इससे अधिक समीप आने पर अस्त माने जाते हैं और अपने शुभ फल देने में असमर्थ होता है !
शनि के अस्त रहने पर कुछ राशियों को राहत मिलेगी वहीँ कुछ राशियों को शनि देव को प्रसन्न करने की जरुरत पड़ेगी ! अस्त ग्रह को बल देने का सबसे बढ़िया तथा प्रभावशाली उपाय उस ग्रह का मंत्र होता है। ऐसी स्थिति में उस ग्रह के मंत्र का निरंतर जाप करने से या उस ग्रह के मंत्र से पूजा करवाने से ग्रह को अतिरिक्त बल तो मिलता ही है, साथ ही साथ उसका स्वभाव भी अशुभ से शुभ की ओर बदलना शुरू हो जाता है।
(किसी भी ग्रह के अस्त हो जाने की स्थिति में उसके बल में कमी आ जाती है तथा वह किसी कुंडली में सुचारू रुप से कार्य करने में सक्षम नहीं रह जाता।)
सूर्य राशि परिवर्तन एवं शनि के अस्त होने के कारण १२ राशियों पर क्या होगा असर ?
मेष
सूर्य आपकी राशि से नौवें भाव में गोचर करेगा। इस अवधि में आप उच्च शिक्षा के संबंध में कोई योजना बना सकते हैं। आपकी लव लाइफ बेहद अच्छी रहेगी और बच्चे भी प्रसन्न रहेंगे। इस दौरान आप किसी यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं, साथ ही परोपकारी कार्यों में भी व्यस्त रहने की संभावना है। सूर्य के शुभ प्रभाव से आपके पिता के मान-सम्मान में वृद्धि होगी और आपको भी एक नई पहचान मिलेगी। भाग्य हर मामले में आपका साथ देगा।
मेष राशि के जातकों को अस्त शनि से आर्थिक मामलों में लाभ होगा। परंतु कई महत्वपूर्ण कामों में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: आदित्य ह्रदय स्त्रोत एवं गायत्री-मंत्र का जाप करें।
वृषभ
सूर्य आपकी राशि से आठवें भाव में प्रवेश करेगा। इसके फलस्वरुप अध्यात्म, ध्यान और प्राणायाम में आपकी रुचि बढ़ेगी। इस अवधि में आपको थोड़ा सतर्क रहने की जरुरत है क्योंकि किसी विवाद में फंसने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बिल्कुल ना बरतें, क्योंकि इस दौरान आपकी सेहत में गिरावट हो सकती है।
अस्त शनि से मानसिक परेशानी और चिंता बढ़ेगी। अत्याधिक कार्य से सहयोगियों और परिवार में मतभेद हो सकते हैं। संयम और शांति से काम लें।आपके लिए विशेष सलाह है कि इस अवधि में वाहन सावधानी से चलाएं।
उपाय: मंदिर में भगवान विष्णु को गुड़ चढ़ाएं।
मिथुन
सूर्य आपकी राशि से सातवें भाव में संचरण करेगा। इस अवधि में जीवनसाथी या बिजनेस पार्टनर के साथ मतभेद हो सकते हैं। इन बातों से तनाव बढ़ेगा इसलिए बेवजह के विवादों से बचें। सूर्य के प्रभाव से आपके व्यवहार में कड़वाहट बढ़ेगी।
मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि का अस्त होना प्रतिकूल रह सकता है। विरोधी पक्ष परेशान करेगा।
उपाय: गौशाला में गेहूं की बालियां दान करें।
कर्क
सूर्य आपकी राशि से छठे भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और आप विरोधियों पर हावी रहेंगे। स्वास्थ्य संबंधी विकार से परेशानी हो सकती है इसलिए सेहत पर अधिक ध्यान दें। इस अवधि में धन हानि होने की संभावना है। ऐसा हो सकता है कि जिसे आप पैसे उधार दें, वो बाद में आपको पैसे लौटाए नहीं इसलिए लेन-देन के मामले में सावधानी बरतें। घर-परिवार में विवाद आपका मूड खराब कर सकती है।
कर्क राशि के जातकों के लिए अस्त शनि शुभ फलदायी रहेगा। लगातार प्रयास करने से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कामयाबी मिलेगी।
उपाय: भगवान शिव की आराधना करें और उन्हें खस का इत्र चढ़ाएं।
सिंह
सूर्य देव आपकी राशि के स्वामी हैं और गोचर की इस अवधि में सूर्य आपकी राशि से पांचवें भाव में प्रवेश करेंगे। इसके परिणामस्वरुप आपकी आमदनी अच्छी रहेगी हालांकि फिर भी आप आय को लेकर संतुष्ट नहीं रहेंगे। क्योंकि इस अवधि में उनकी सेहत कमजोर रह सकती है। धार्मिक कार्यों को लेकर रुचि रहेगी और इस संबंध में कुछ नया करने की इच्छा रहेगी। अस्त शनि आपकी लव लाइफ में कई परेशानियां ला सकती हैं ।
उपाय: हरिवंश पुराण का पाठ /शनि मंत्र का जाप करें।
कन्या
सूर्य आपकी राशि से चौथे भाव में प्रवेश करेगा। ऐसे में आर्थिक लाभ होने की संभावना बन रही है, साथ ही आप लंबी दूरी की यात्रा पर भी जा सकते हैं। हर मामले में आपकी हावी रहने की प्रवृत्ति विवाद का कारण बन सकती है। इसकी वजह से आपके व्यक्तिगत जीवन में अशांति रहेगी। हालांकि प्रोफेशनल लाइफ में आपका यह स्वभाव आपके लिए लाभकारी साबित सकता है इसलिए पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में तालमेल के साथ व्यवहार करें।
कन्या राशि के जातकों के लिए शनि के अस्त होने के कारण अगले एक महीने तक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: रविवार के दिन तांबे की वस्तु का दान करें। शनि मंत्र का जाप करें।
तुला
सूर्य आपकी राशि से तीसरे भाव में संचरण करेगा। इस अवधि में आपके भाग्य में वृद्धि होगी। आपको रिश्तेदारों, दोस्तों और भाई-बहनों से लाभ मिल सकता है। आप अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे और इसमें सफलता प्राप्त करेंगे। हालांकि ध्यान रखें कि काम को लेकर जरुरत से ज्यादा तनाव आपकी सेहत को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान आपके साहस और इच्छाशक्ति में जबरदस्त बढ़ोत्तरी होगी।
तुला राशि वालों को शनि के अस्त होने से राहत मिलेगी। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी।
उपाय: श्वेतार्क का पौधा लगाएं और उस पर रोज जल चढ़ाएं।
वृश्चिक
सूर्य आपकी राशि से द्वितीय भाव में गोचर करेगा। इस अवधि में आप धन अर्जित करने में सफल रहेंगे। आपको नेत्र संबंधी पीड़ा होने की संभावना है। प्रियतम से आवश्यकता से अधिक उम्मीद रखना आपको निराश कर सकती है इसलिए लव लाइफ में थोड़ा संतुलन बनाकर चलें। वहीं कार्यस्थल पर आपको संतोषजनक परिणाम प्राप्त होंगे।
शनि के अस्त होने से वृश्चिक राशि के जातकों को स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
उपाय: बेलमूल की जड़ धारण करें। शनि मंत्र का जाप करें।
धनु
सूर्य देव आपकी राशि में गोचर करेंगे और आपकी राशि से प्रथम भाव में स्थित रहेंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपको सरकारी मामलों में लाभ मिल सकता है। इस दौरान आपको अप्रत्याशित लाभ होने की भी संभावना नज़र आ रही है। इस दौरान आपकी सेहत में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
शनि के अस्त होने से धनु राशि के जातकों का कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों से मतभेद और विवाद हो सकता है, संयम से काम लें।
उपाय: सूर्य देव को जल चढ़ाएं और उन्हें लाल फूल अर्पित करें।
मकर
सूर्य आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचर करेगा। इस दौरान खर्चों में बढ़ोतरी और अप्रत्याशित नुकसान होने से धन हानि हो सकती है। मन में कामुक विचार हावी रहने से आप किसी गलत संगत में पड़ सकते हैं इसलिए संयम बरतें। इस वजह से आप थोड़ा परेशान रह सकते हैं।
मकर राशि वालों को शनि अस्त होने से आर्थिक मामलों में सावधानी रखने की जरूरत है। सेहत का भी ध्यान रखना होगा।
उपाय: रविवार को गेहूं की बालियां दान करें। शनि मंत्र का जाप करें।
कुंभ
सूर्य आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में संचरण करेगा। इसके फलस्वरुप आप उस लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहेंगे, जिसकी आप वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे हैं। आर्थिक लाभ मिलने और कार्यों के समय पर पूरा होने से प्रसन्नता होगी। इस अवधि में किसी के साथ नया रिश्ता बन सकता है, हालांकि यह रिश्ता ज्यादा वक्त तक टिक नहीं पाएगा।आपको और आपके जीवनसाथी को सफलता और सम्मान मिलने की प्रबल संभावना है।
कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि का अस्त होना आपके लिए कष्टकारी रह सकता है।
उपाय: रविवार के दिन किसी जरुतमंद व्यक्ति को दवाई बांटें। शनि मंत्र का जाप करें।
मीन
सूर्य आपकी राशि से दसवें भाव में प्रवेश करेगा। यदि आप नई नौकरी की तलाश में हैं तो इस अवधि में आपकी यह तलाश खत्म हो जाएगी, साथ ही मौजूदा कार्यस्थल पर आपकी पदोन्नति होने की संभावना है।
मीन राशि के जातकों को शनि का अस्त होना प्रतिकूल फल दे सकता है।
उपाय: रविवार के दिन लाल वस्त्रों का दान करें।
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