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Acharya Mukesh

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌॥

Acharya Mukesh...Astro Nakshatra 27

“कुछ अलग करना है, तो भीड़ से हट कर चलो, भीड़ साहस तो देती है, पर पहचान छिन लेती है।”

True remedies by Dr.Mukesh

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Kundli analysis, Vastu, Palmistry and effective Remedies.

Wednesday, 31 October 2018

आज का पंचांग । 1 नवंबर 2018 । अचार्य मुकेश

🌻दिन~ गुरुवार 
🍁विक्रम सम्वत्🍃  2075(विरोधाकृत) 
🍁शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🍁द्रिक अयन🍃  दक्षिणायण
🍁द्रिक ऋतु~शरद
🌞सूर्योदय~06:37
☀️सूर्यास्त~17:32.
🌗चन्द्रोदय~ 24:50+
🌙चन्द्रास्त~ 13:38.
🌠मास~कार्तिक
🔲पक्ष~कृष्ण पक्ष 
🎱तिथि ~  अष्टमी 09:10
♋चंद्रराशि~  कर्क 25:17
❇️चंद्र नक्षत्र ~ अश्लेषा 25:17+
✴️योग ~  साध्य 14:31
♎सूर्य राशि~ तुला
❇️सूर्य नक्षत्र~ स्वाति
♒मंगल ~ मकर 
♏बुध ~ वृश्चिक
♏बृहस्पति~वृश्चिक
♎शुक्र (वक्री)~ तुला
♐शनि ~धनु।
♋राहु ~ कर्क।
♒केतु ~ मकर।
⁉️करण~कौलव~09:10, 
तैतिल ~ 20:10.
👹राहुकाल~ 13:26 - 14:48.
🌼अभिजीत मुहुर्त~11:43 - 12:26.
🏵️गंडमूल ~ 
31-10-18# 26:34 से,
02-11-18# 23:59 तक।
🚫पंचक ~ ❎
🏵होमहुति~ राहु
🔥अग्निवास~ 🌪️आकाश 09:10.
🌀दिशा शूल ~दक्षिण।
🚴यात्रा ~
*गुरुवार*
दही या उससे बने पदार्थ या मिठाई खाकर या राई चबाकर यात्रा  करने से अनुकूलता आती है।

♥️व्रत- उपवास♥️
3 नवंबर- रमा एकादशी
4 नवंबर- गोवत्स द्वादशी
5 नवंबर- धनतेरस
6 नवंबर- नरक चतुर्दशी
7 नवंबर- दिवाली
8 नवंबर- गोवर्धन पूजा
9 नवंबर- भाई दूज
13 नवंबर- सूर्य षष्ठी
15 नवंबर- गोपाष्टमी
17 नवंबर- आंवला नवमी
19 नवंबर-देवउठनी /देव प्रबोधिनी एकादशी
23 नवंबर- कार्तिक पूर्णिमा
   ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️


Tuesday, 30 October 2018

आज का पंचांग। 31 अक्टूबर 2018।


💮दिन~ बुधवार ।
💮विक्रम सम्वत्~2075(विरोधाकृत) 
💮शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
💮द्रिक अयन-  दक्षिणायण।
💮द्रिक ऋतु~शरद।
🌞सूर्योदय~06:36.
🌞सूर्यास्त~17:33.
🌗चन्द्रोदय~ 23:46.
🌘चन्द्रास्त~ 12:48.
🌟मास~कार्तिक।
⚫पक्ष~कृष्ण पक्ष ।
💮तिथि ~   सप्तमी 11:10.
🌘♋चंद्रराशि~ कर्क 
✴️चंद्र नक्षत्र ~ पुष्य 26:35+.
🌟योग ~  साध्य 14:31.
🌞सूर्य राशि~ तुला♎
🌞सूर्य नक्षत्र~ स्वाति
🔺मंगल ~ मकर ♒
💮बुध ~ वृश्चिक♏
💮बृहस्पति~वृश्चिक ♏
💮शुक्र (वक्री)~ तुला♎
⚫शनि ~धनु♐
❕राहु ~ कर्क
‼केतु ~ मकर।
💮करण~  बव~11:10.बालव ~ 22:10+.
👹राहुकाल~  12:04 - 13:27.
🏵🌊❄️अभिजीत मुहुर्त~❎
⚡गंडमूल ~ 
31-10-18# 26:34 से,
02-11-18# 23:59 तक।
🌀पंचक ~ ❎
🏵होमहुति~ गुरु 26:35.
🔥अग्निवास~ पृथ्वी
⚓दिशा शूल ~उत्तर

🚗यात्रा ~बुधवार

तिल या उससे निर्मित पदार्थ या राई डाले हुए पदार्थ का सेवन करें। 

👉अहोई अष्टमी व्रत~ 31-10-18(बुधवार)👈🏼

👉विशेष रुप से उत्तर भारत में मनाया जाने वाला यह पर्व माताएं अपने पुत्र के जीवन में होने वाली किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचाने के लिए अहोई अष्टमी का व्रत करती हैं। 🏵यह व्रत कार्तिक माह में करवा चौथ के चौथे दिन और दीपावली से अाठ दिन पहले किया जाता है, जो कार्तिक माह की कृष्णपक्ष की अष्टमी को अाता है। 

👉पुत्रों की भलाई के लिए माताएं अहोई अष्टमी के दिन सूर्योदय से लेकर गोधूलि बेला (शाम) तक उपवास करती हैं। शाम के वक्त आकाश में तारों को देखने के बाद व्रत तोड़ने का विधान है। हालांकि कुछ महिलाएं चन्द्रमा के दर्शन करने के बाद व्रत को तोड़ती हैं। चंद्र दर्शन में थोड़ी परेशानी होती है, क्योंकि अहोई अष्टमी की रात चन्द्रोदय देर से होता है। 

👉नि:संतान महिलाएं पुत्र प्राप्ति की कामना से भी अहोई अष्टमी का व्रत करती हैं। 

👉अनहोनी से बचाने वाली माता देवी पार्वती हैं इसलिए इस व्रत में माता पर्वती की पूजा की जाती है। 

❄️अहोई माता की पूजा के लिए गेरू से दीवार पर अहोई माता के चित्र के साथ ही स्याहु और उसके सात पुत्रों की तस्वीर भी बनाई जाती है। माता जी के सामने चावल की कटोरी,  मूली, सिंघाड़ा अादि रखकर कहानी कही और सुनी जाती है। सुबह पूजा करते समय लोटे में पानी और उसके ऊपर करवे में पानी रखते हैं। इसमें उपयोग किया जाने वाला करना वही होना चाहिए, जिसे करवा चौथ में इस्तेमाल किया गया हो। दिवाली के दिन इस करवे का पानी पूरे घर में भी छिड़का जाता है। शाम में इन चित्रों की पूजा की जाती है। 

🌠लोटे के पानी से शाम को चावल के साथ तारों को अर्घ्य दिया जाता है। अहोई पूजा में चांदी की अहोई बनाने का विधान है, जिसे स्याहु कहते हैं। स्याहु की पूजा रोली, अक्षत, दूध व भात से की जाती है।

👉अहोई अष्टमी पूजा मुहूर्त – शाम 5.32 से 6.51 
👉तारों को देखने के लिये शाम का समय – 06.01 
👉अहोई अष्टमी की रात चन्द्रोदय – 11.50 .


🦉मां लक्ष्मी का वाहन उल्लू ऐसे बनाता है मालामाल🦉




🦉मां लक्ष्मी का वाहन उल्लू ऐसे बनाता है मालामाल🦉

   मां लक्ष्मी का वाहन है 🦉 उल्लू...प्राचीन यूनानी लोक कथाओं में इसका वर्णन एक बुद्धिमान प्राणी के तौर पर मिलता है...

ऐसा माना जाता है कि उल्लू से 👀नजरें मिलने के बाद इंसान के पांव वहीं जमा हो जाते हैं। व्यक्ति अपनी जगह से जस से मस नहीं हो पाता है। माना जाता है कि उल्लू  में मोहित करने की अद्भुत कला भी होती है। कुछ लोग तो इसकी हरकतों से बेहद डर भी जाते हैं। वैसे उल्लू के बारे में जो प्रचलित मान्यता है कि, 'उल्लू' मूर्खता का प्रतीक है यह पूरी तरह से गलत है। उल्लू धन की देवी लक्ष्मी का वाहन है और प्राचीन यूनानी कथाओं में इसे एक बुद्धिमान प्राणी बताया गया है।

 प्राचीन यूनान के धर्म ग्रंथों में उल्लेखित है कि बुद्धि की देवी, एथेन के बारे में कहा जाता है कि वह उल्लू का रूप रख पृथ्वी पर आई थीं। भारतीय समाज में भले ही उल्लू को 'अपशकुन'  के तौर पर देखा जाए, लेकिन तंत्रशास्त्र में तो उल्लू विशेष महत्व रखता है।

प्राचीन काल में मौसम का हाल जानने के लिए भी उल्लुओं का उपयोग किया जाता था।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार गौतम ऋषि ने तीर्थनगरी में उलूक तंत्र की संरचना की थी। उल्लू एक पक्षी है। यह किसी भी तरह से किसी के लिए भी अशुभ नहीं होता। महज यह अंधविश्वास सदियों से फैलाया जा रहा है कि उल्लू एक अनिष्ट पक्षी है।

पौराणिक मान्यताओं पर विस्तार से काला जादू करने वाले लोग इस रात को उल्लू की बलि देते हैं। वह मानते हैं कि ऐसा करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, लेकिन सच ये नहीं है। इस तरह की किसी भी बलि से मां लक्ष्मी प्रसन्न नहीं होतीं।

🦉उल्लू की सवारी का 👉ज्योतिष तर्क:

 महालक्ष्मी जी मूलतः शुक्र ग्रह की अधिष्टात्री देवी है। तथा लक्ष्मी जी की हर सवारी गरुड़, हाथी सिंह और उल्लू सभी राहू घर को संबोधित करते है। कालपुरुष सिद्धांत के अनुसार शुक्र धन और वैभव के देवता है और व्यक्ति की कुण्डली में शुक्र धन और दाम्पत्य के स्वामी है तथा शुक्र का पक्का घर आकाश है अर्थात 12 वां भाव। कापुरुष सिद्धांत अनुसार राहू को पाताल का स्थान प्राप्त है। तथा कुण्डली में राहू का पक्का घर छठा स्थान होता है। और राहू को कुण्डली के भाव नंबर आठवें, तीसरे और छठे में श्रेष्ठ स्थान में माना गया है। कुण्डली में काला धन अथवा छुपा हुआ धन छठे और आठवें भाव से दिखता है।

🦉उल्लू से जुड़ी कुछ प्रचलित मान्यताएं🙏

-सुबह पूर्व दिशा में पेड़ पर बैठे उल्लू को देखने अथवा उसकी आवाज सुनने से धन की प्राप्ति होती है। व्यक्ति अचानक मालामाल हो जाता है।

-यदि रात्रि के समय उल्लू चारपाई पर आकर बैठ जाए, तो उस परिवार में शीघ्र ही किसी का विवाह होने वाला है।

-कोई गर्भवती महिला प्रसव के लिए जाते समय उल्लू देख ले, तो उसे जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं।

- यदि उल्लू उड़ते समय किसी गंभीर रोगी को छूकर गुजर जाए, तो इसका अर्थ है कि वह रोगी बहुत जल्द ठीक हो जाएगा।

🦉उल्लू से जुड़े अंधविश्वास

- उल्लू के साथ-साथ उसके पंजे, खोपड़ी, हड्डियां, पंख और मांस का तावीज भी बनाया जाता है।

- शकुन शास्त्र के अनुसार यदि उल्लू घर की छत पर बैठ कर बोलता है, तो उस घर में किसी की भी असामयिक मृत्यु होती है।

- उल्लू का बांई ओर बोलना और दिखाई देना शुभ रहता है। दाहिने देखना और बोलना अशुभ होता है।

- यदि किसी के दरवाजे पर उल्लू तीन दिन तक लगातार रोता है, तो उसके घर में चोरी अथवा डकैती होने की संभावना अधिक रहती है।

शास्त्र अनुसार देवी महालक्ष्मी सर्वोत्कृष्ट पराशक्ति है तथा दैवीय शक्तियों की मूल भगवती हैं। महालक्ष्मी की कृपा मात्र से ही व्यक्ति वैभववान हो जाता है। महालक्ष्मी समस्त सम्पत्तियों की अधिष्ठात्री श्रीदेवी शुद्ध सत्त्वमयी हैं। महालक्ष्मी जी मूलतः दो स्वरुप है पहला देवी रूप में जिसमे वो लक्ष्मी कहलाती है तथा दुसरे रूप में महालक्ष्मी श्रीरूप में जनि जाती है अर्थात धन रूप में।

 शास्त्रों में ऋषिमुनियों द्वारा उल्लू के गुणों और महालक्ष्मी के व्यवहार में समानता का बखान किया गया है। जिस प्रकार उल्लू के आने-जाने की आहट तक नहीं होती उसी भांति धनरूपी लक्ष्मी के भी आने-जाने का पता नहीं चलता। इस विशेष लेख में हम आपको लक्ष्मी वाहन उल्लू के बारे में जानकारी देने कर प्रयास करेंगे।

👉यदि किसी व्यक्ति के सपनों में बार-बार  लक्ष्मीजी का वाहन 🦉उल्लू दिखाई देने लगे तो समझ लेना चाहिए कि निकट भविष्य में लक्ष्मी कृपा से धन संबंधी बाधाएं दूर हो सकती हैं।

Monday, 29 October 2018

आज का पंचांग। 30 अक्टूबर मंगलवार। Astro Nakshatra 27। आ0 मुकेश।

  
🌈दिन~ मंगलवार 🌈
💧विक्रम सम्वत्~2075(विरोधाकृत) 
🔥शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
☄️द्रिक अयन~दक्षिणायण।
🌊द्रिक ऋतु~शरद।
↗️☀️सूर्योदय~06:35.
↘️☀️सूर्यास्त~17:34.
↗️🌗चन्द्रोदय~ 22:43.
↘️🌗चन्द्रास्त~ 11:54.
🌠मास~कार्तिक।
🌀पक्ष~कृष्ण पक्ष ।
❄️तिथि ~  षष्ठी 13:08.
🌚चंद्रराशि~    मिथुन 22:11.
🌠चंद्र नक्षत्र ~  पुनर्वसु 27:52+.
🏵योग ~ सिद्ध 17:17.
🏵सूर्य राशि~ तुला♎
🏵सूर्य नक्षत्र~ स्वाति
🏵मंगल ~ मकर ♒
🏵बुध ~ वृश्चिक♏
🏵बृहस्पति~वृश्चिक♏
🏵शुक्र (वक्री,अस्त)~ तुला♎
🏵शनि ~धनु♐
🏵राहु ~ कर्क♋
🏵केतु ~ मकर♒
🏵करण~  वनिज~13:08. विष्टि ~ 24:09+.
 👹राहुकाल-  14:49 - 16:11.
🎅अभिजीत मुहुर्त~11:43 - 12:26.
🏵गंडमूल ~ 
31-10-18# 26:34 से,
02-11-18# 23:59 तक।
🏵पंचक ~ ❎
🏵होमहुति~ गुरु।
🔥अग्निवास~ 🌬️ आकाश 13:08.
🏵दिशा शूल ~उत्तर।
🚴यात्रा ~
*मंगलवार*
गुड़ या उससे बने व्यंजन का सेवन कर यात्रा करें।
🏵अहोई अष्टमी~
      31-10-18(बुधवार)
🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵

🏵जो मनुष्य वकुल और अशोक के फूलों से भगवान विष्णु का पूजन करते हैं, वे सूर्य-चंद्रमा रहने तक किसी प्रकार का शोक नहीं पाते।

🏵जो मनुष्य अगस्त्य के पुष्प से भगवान विष्‍णु का पूजन करते हैं, उनके आगे इंद्र भी हाथ जोड़ता है। तपस्या करके संतुष्ट होने पर हरि भगवान जो नहीं करते, वह अगस्त्य के पुष्पों से भगवान को अलंकृत करते हैं। 

🏵जो मनुष्य कदम्ब के पुष्पों से श्रीहरि का पूजन करते हैं, वे कभी भ‍ी यमराज को नहीं देखते। 

🏵जो मनुष्य दूब के अंकुरों से भगवान की पूजा करते हैं, वे 100 गुना पूजा का फल ग्रहण करते हैं।

🏵जो मनुष्य विष्णु भगवान को चंपा के फूलों से पूजते हैं, वे फिर संसार में नहीं आते। 

🏵पीले रक्त वर्ण के कमल पुष्पों से भगवान का पूजन करने वाले को श्वेत द्वीप में स्थान मिलता है।

🏵जो भक्त विष्णुजी को केतकी के पुष्प चढ़ाते हैं, उनके करोड़ों जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं। 

🏵जो मनुष्य शमी के पत्र से भगवान की पूजा करते हैं, उनको महाघोर यमराज के मार्ग का भय नहीं रहता। 

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अनहोनी से बचाता है अहोई अष्टमी का व्रत 2018 | अहोई अष्टमी व्रत कथा | सम्पूर्ण पूजा-विधि | शुभ मुहूर्त | AHOI ASHTAMI VRAT AND KATHA 2018 |

ASTRO NAKSHATRA 27

यह पर्व माताएं अपने पुत्र के जीवन में होने वाली किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचाने के लिए अहोई अष्टमी का व्रत करती हैं। अहोई अष्टमी व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है |

यह व्रत कार्तिक माह में करवा चौथ के चौथे दिन और दीपावली से अाठ दिन पहले किया जाता है, जो कार्तिक माह की कृष्णपक्ष की अष्टमी को अाता है। 2018 में अहोई अष्टमी का पर्व 31 अक्टूबर को मनाया जायेगा।

ASTRO NAKSHATRA 27

इस दिन अहोई माता (पार्वती) की पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं व्रत रखकर अपने संतान की रक्षा और दीर्घायु के लिए प्रार्थना करती हैं | जिन लोगों को संतान नहीं हो पा रही हो उनके लिए ये व्रत विशेष है| जिनकी संतान दीर्घायु न होती हो , या गर्भ में ही नष्ट हो जाती हो , उनके लिए भी ये व्रत शुभकारी होता है| सामान्यतः इस दिन विशेष प्रयोग करने से संतान की उन्नति और कल्याण भी होता है|


अहोई अष्टमी पूजा मुहूर्त
अहोई अष्टमी पूजा मुहूर्त – शाम 5.32 से 6.51 
अवधि – 1 घंटा 18 मिनट
तारों को देखने के लिये शाम का समय – 06.01 
अहोई अष्टमी की रात चन्द्रोदय – 11.50

कैसे रखें इस दिन उपवास ?

पुत्रों की भलाई के लिए माताएं अहोई अष्टमी के दिन सूर्योदय से लेकर गोधूलि बेला (शाम) तक उपवास करती हैं। शाम के वक्त आकाश में तारों को देखने के बाद व्रत तोड़ने का विधान है। हालांकि कुछ महिलाएं चन्द्रमा के दर्शन करने के बाद व्रत को तोड़ती हैं। चंद्र दर्शन में थोड़ी परेशानी होती है, क्योंकि अहोई अष्टमी की रात चन्द्रोदय देर से होता है। नि:संतान महिलाएं पुत्र प्राप्ति की कामना से भी अहोई अष्टमी का व्रत करती हैं।

1. प्रातः सुबह उठकर स्नान करने और पूजा के समय ही पुत्र की लंबी अायु और सुखमय जीवन के लिए  अहोई अष्टमी व्रत का संकल्प लें !

2. अहोई माता की पूजा के लिए गेरू से दीवार पर अहोई माता के चित्र के साथ ही स्याहु और उसके सात पुत्रों की तस्वीर भी बनाई जाती है।अहोई माता की आकृति, गेरू या लाल रंग से दीवार पर बनाएं !

3. सूर्यास्त के बाद तारे निकलने पर पूजन आरम्भ करें ! माता जी के सामने चावल की कटोरी, मूली, सिंघाड़ा अादि रखकर कहानी कही और सुनी जाती है। सुबह पूजा करते समय लोटे में पानी और उसके ऊपर करवे में पानी रखते हैं। इसमें उपयोग किया जाने वाला करवा वही होना चाहिए, जिसे करवा चौथ में इस्तेमाल किया गया हो। दिवाली के दिन इस करवे का पानी पूरे घर में भी छिड़का जाता है। शाम में इन चित्रों की पूजा की जाती है। लोटे के पानी से शाम को चावल के साथ तारों को अर्घ्य दिया जाता है। अहोई पूजा में चांदी की अहोई बनाने का विधान है, जिसे स्याहु कहते हैं। स्याहु की पूजा रोली, अक्षत, दूध व भात से की जाती है।

4. पूजा की सामग्री में एक चांदी या सफ़ेद धातु की अहोई ,चांदी की मोती की माला , जल से भरा हुआ कलश , दूध-भात,हलवा और पुष्प , दीप आदि रखें !

5. पहले अहोई माता की, रोली, पुष्प, दीप से पूजा करें, उन्हें दूध भात अर्पित करें फिर हाथ में गेंहू के सात दाने और कुछ दक्षिणा (बयाना) लेकर अहोई की कथा सुनें !

6. कथा के बाद माला गले में पहन लें और गेंहू के दाने तथा बयाना सासु माँ को देकर उनका आशीर्वाद लें!

7. अब चन्द्रमा को अर्घ्य देकर भोजन ग्रहण करें !

8. चांदी की माला को दीवाली के दिन निकाले और जल के छींटे देकर सुरक्षित रख लें !

                                          ASTRO NAKSHATRA 27


अहोई अष्टमी व्रत के विशेष प्रयोग

अगर संतान की शिक्षा, करियर, रोजगार में बाधा आ रही हो

- अहोई माता को पूजन के दौरान दूध-भात और लाल फूल अर्पित करें

- इसके बाद लाल फूल हाथ में लेकर संतान के करियर और शिक्षा की प्रार्थना करें

- संतान को अपने हाथों से दूध भात खिलाएं

- फिर लाल फूल अपनी संतान के हाथों में दे दें और फूल को सुरक्षित रखने को कहें

   अगर संतान के वैवाहिक या पारिवारिक जीवन में बाधा आ रही हो

- अहोई माता को गुड का भोग लगायें और एक चांदी की चेन अर्पित करें

- माँ पार्वती के मंत्र - "ॐ ह्रीं उमाये नमः" 108 बार जाप करें

- संतान को गुड खिलाएं और अपने हाथों से उसके गले में चेन पहनाएं

- उसके सर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दें !

                                         ASTRO NAKSHATRA 27


अगर संतान को संतान नहीं हो पा रही हो :-

- अहोई माता और शिव जी को दूध भात का भोग लगायें

- चांदी की नौ मोतियाँ लेकर लाल धागे में पिरो कर माला बनायें

- अहोई माता को माला अर्पित करें और संतान को संतान प्राप्ति की प्रार्थना करें

- पूजा के उपरान्त अपनी संतान और उसके जीवन साथी को दूध भात खिलाएं

- अगर बेटे को संतान नहीं हो रही हो तो बहू को , और बेटी को संतान नहीं हो पा रही हो तो बेटी को 
   माला धारण करवाएं |


                                 राशि के अनुसार उपाय

31 अक्टूबर को चन्द्रमा पुष्य नक्षत्र में होंगे और अपनी ही कर्क राशि में गोचर कर रहे होंगे। ऐसे में अगर राशि के अनुसार पूजा की जाए तो इसके बेहतर लाभ मिलेंगे।


मेष – चंद्रमा का चौथा गोचर होगा, जिससे सुख की वृद्धि होगी।सौभाग्य की प्राप्ति के लिए माता को सिंदुर अवश्य चढ़ाएं।

वृष – चन्द्रमा का तीसरा गोचर होने के कारण यह संकल्प शक्ति बढ़ाने वाला होगा इसलिए भगवान शिव को सफेद चंदन अवश्य अर्पित करें।

मिथुन – चन्द्रमा का दूसरा गोचर होने के कारण माता को दक्षिणा देने से आपके घर में भी धन-धान्य की कमी नहीं होगी।

कर्क – चन्द्रमा का पहला गोचर होगा, इस कारण बेहतर स्वास्थ्य के लिए फल का भोग लगाना चाहिए।

सिंह – चन्द्रमा का बारहवां गोचर होने के कारण रोग भय होगा, इस कारण व्रत के दौरान महामृत्युंजय की एक माला का जाप अवश्य करना चाहिए।

कन्या – चन्द्रमा का ग्यारहवा गोचर होने के कारण अाजवीन लाभ के लिए माता पार्वति को सफेद पुष्प की माला अर्पित करें।

तुला – दसवां गोचर होने के कारण कामकाजी महिलाओं को कार्यक्षेत्र में बरकत के लिए यथाशक्ति श्रृंगार सामग्री अर्पित करनी चाहिए।

वृश्चिक – नवां गोचर होने के कारण धर्म की वृद्धि के लिए खुद के साथ ही दूसरों को भी कथा सुनाएं। 

धनु – अाठवां गोचर होने के कारण मन में व्याकुलता बनी रहेगी। इस कारण एकाग्रचित्त होकर भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र का जप करना चाहिए।

मकर – सातवां गोचर होने के कारण सांसारिक सुखों की कामना होगी। ऐसे में माता को घर में बना हुआ मीठा पकवान या खीर अर्पित करना चाहिए।

कुंभ – छठा गोचर होने के कारण शत्रुओं या विपत्तियों पर विजय प्राप्त करने के लिए माता को आलता अर्पित करनी चाहिए।

मीन – पंचम गोचर होने के कारण पाप के नाश और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए सिंदुर अर्पित करना चाहिए।

                                                   ASTRO NAKSHATRA 27

                                     अहोई अष्टमी व्रत कथा

प्राचीन काल में एक साहुकार के सात बेटे और सात बहुएं थी। इस साहुकार की एक बेटी भी थी जो दीपावली में ससुराल से मायके आई थी। दीपावली पर घर को लीपने के लिए सातों बहुएं और ननद मिट्टी लाने जंगल गई।साहुकार की बेटी जहां मिट्टी काट रही थी उस स्थान पर स्याहु (साही) अपने सात बेटों से साथ रहती थी। मिट्टी काटते हुए ग़लती से साहूकार की बेटी की खुरपी के चोट से स्याहू का एक बच्चा मर गया। स्याहू इस पर क्रोधित होकर बोली मैं तुम्हारी कोख बांधूंगी। 

स्याहू की बात से डरकर साहूकार की बेटी अपनी सातों भाभीयों से एक एक कर विनती करती हैं कि वह उसके बदले अपनी कोख बंधवा लें। सबसे छोटी भाभी ननद के बदले अपनी कोख बंधवाने के लिए तैयार हो जाती है। इसके बाद छोटी भाभी के जो भी बच्चे होते हैं वे सात दिन बाद मर जाते हैं। इसके बाद उसने पंडित को बुलवाकर कारण पूछा तो पंडित ने सुरही गाय की सेवा करने की सलाह दी।

सेवा से प्रसन्न सुरही उसे स्याहु के पास ले जाती है। इस बीच थक जाने पर दोनों आराम करने लगते हैं। अचानक साहुकार की छोटी बहू देखती है कि एक सांप गरूड़ पंखनी के बच्चे को डंसने जा रहा है और वह सांप को मार देती है। इतने में गरूड़ पंखनी वहां आ जाती है और सुरही सहित उन्हें स्याहु के पास पहुंचा देती है। वहां स्याहु छोटी बहू की सेवा से प्रसन्न होकर उसे सात पुत्र और सात बहु होने का अशीर्वाद देती है। स्याहु के आशीर्वाद से छोटी बहु का घर पुत्र और पुत्र वधुओं से हरा भरा हो जाता है। 

Sunday, 28 October 2018

आज का हिन्दू पँचांग । 29 अक्टूबर 2018 by आo मुकेश Astro Nakshatra 27


 🌼दिन~ सोमवार 🌀
🌷विक्रम सम्वत्~ 2075(विरोधाकृत) 
🌾शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🌴द्रिक अयन~दक्षिणायण
💮द्रिक ऋतु~शरद
🌞↗️सूर्योदय~06:35.
☀️↘️सूर्यास्त~17:35.
🌗↗️चन्द्रोदय~ 21:42.
🌗↘️चन्द्रास्त~ 10:55.
🕦मास~कार्तिक
🌠पक्ष~कृष्ण पक्ष 
🌟तिथि ~  पंचमी 15:04.
⭐चंद्रराशि~ मिथुन
🌙चंद्र नक्षत्र ~आर्द्रा 29:07+.
🏵योग ~ शिव 20:01.
♎सूर्य राशि~ तुला
🏵सूर्य नक्षत्र~ स्वाति
♒मंगल ~ मकर 
♏बुध ~ वृश्चिक
♏बृहस्पति~वृश्चिक
♎शुक्र (वक्री,अस्त)~ तुला
♐शनि ~धनु
♋राहु ~ कर्क
♒केतु ~ मकर।
🏵करण~  तैतिल~15:04.  गरज ~ 26:06+.
👹राहुकाल~ 07:57 - 09:20.
💡अभिजीत मुहुर्त~11:43 - 12:27.
🏵गंडमूल ~ 
31-10-18# 26:34 से,
02-11-18# 23:59 तक।
🚫पंचक ~ ❎
🛑होमहुति~ गुरु।
🛑🔥अग्निवास~ पृथ्वी।
🏵दिशा शूल~पूर्व।
🚘यात्रा ~
*सोमवार*
दुग्ध या उससे बने पदार्थ या खीर खाकर अथवा दर्पण में देखकर, मस्तक पर तिलक कर यात्रा करें। दोनों उपाय कर यात्रा करें तो शुभ संभावना में बहुत वृद्धि होती है। पान खाकर निकलें या फिर किसी पौधे में पानी डालकर निकलें तो यात्रा चार गुना अधिक शुभ होती है। 
🏵अहोई अष्टमी~
      31-10-18(बुधवार)

🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵
🌿कार्तिक मास में जो मनुष्य बिल्व पत्र से भगवान विष्णु की पूजा करते हैं, वे मुक्ति को प्राप्त होते हैं।

🌿कार्तिक मास में तुलसी दर्शन करने, स्पर्श करने, कथा कहने, नमस्कार करने, स्तुति करने, तुलसी रोपण, जल से सींचने और प्रतिदिन पूजन-सेवा आदि करने से हजार करोड़ युगपर्यंत विष्णुलोक में निवास करते हैं। 

🌿जो मनुष्य तुलसी का पौधा लगाते हैं, उनके कुटुम्ब से उत्पन्न होने वाले प्रलयकाल तक विष्णुलोक में निवास करते हैं।

🌿जो मनुष्य कार्तिक मास में तुलसी का रोपण करता है और रोपी गई तुलसी जितनी जड़ों का विस्तार करती है उतने ही हजार युगपर्यंत तुलसी रोपण करने वाले सुकृत का विस्तार होता है। 

🌿जिस किसी मनुष्य द्वारा रोपी गई तुलसी से जितनी शाखा, प्रशाखा, बीज और फल पृथ्वी में बढ़ते हैं, उसके उतने ही कुल जो बीत गए हैं और होंगे, वे 2,000 कल्प तक विष्णुलोक में निवास करते हैं। 

🌿🌹जो भक्त गुलाब के पुष्पों से भगवान विष्णु का पूजन करते हैं, उन्हें मुक्ति मिलती है।

 🌿🌼जो मनुष्य सफेद या लाल कनेर के फूलों से भगवान का पूजन करते हैं, उन पर भगवान अत्यंत प्रसन्न होते हैं।

🌿जो मनुष्य भगवान विष्णु पर आम की मंजरी चढ़ाते हैं, वे करोड़ों गायों के दान का फल पाते हैं। 

🌿कार्तिक मास में जो मनुष्य तुलसी से भगवान का पूजन करते हैं, उनके 10,000 जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं।

  *राशिफल*
मेष
आप अपने परिवार के लिए अपनी खुशियां बलिदान करेंगे। लेकिन इसके बदले में आपको कुछ उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। आर्थिक परेशानियों के चलते आपको आलोचना और वादविवाद का सामना करना पड़ सकता है- ऐसे लोगों से “न” कहने के लिए तैयार रहें, जो आपसे जरूरत से ज्यादा उम्मीदें लगाए हों। आज का दिन खुशियों से भरा रहेगा, क्योंकि आपका जीवन-साथी आपको ख़ुशी देने का हर प्रयास करेगा। आज अपने प्रिय को माफ़ करना न भूलें। बातचीत में कुशलता आज आपका मजबूत पक्ष साबित होगी। कोई रिश्तेदार अचानक आपके घर आ सकता है, जिसके चलते आपकी योजनाएं गड़बड़ा सकती हैं। आज का दिन वाकई जी भरकर पार्टी करने के लिए बढ़िया है। लेकिन किसी भी चीज की अति से हमेशा बचना चाहिए, नहीं तो सेहत खराब होने के आसार हैं।

वृषभ
दूसरों के लिए खराब नीयत रखना मानसिक तनाव को जन्म दे सकता है। इस तरह के विचारों से बचें, क्योंकि ये समय की बर्बादी करते हैं और आपकी क्षमताओं को खत्म करते हैं। तंग आर्थिक हालात के चलते कोई अहम काम बीच में अटक सकता है। बच्चों के साथ बातचीत और कामकाज में आप कुछ परेशानियां महसूस करेंगे। प्यार का भरपूर लुत्फ़ मिल सकता है। चीजों और लोगों को तेजी से परखने की क्षमता आपको दूसरों से आगे बनाए रखेगी। आपका जीवनसाथी आज ऊर्जा और प्रेम से भरपूर है। विचारों से ही मनुष्य की दुनिया बनती है – कोई बेहतरीन किताब पढ़कर आप अपनी विचारधारा को और सशक्त कर सकते हैं।

मिथुन
दिन फायदेमन्द साबित होगा और आप किसी पुरानी बीमारी में काफी आराम महसूस करेंगे। आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी, जो आपके लिए परेशानी का सबब साबित हो सकती है। रिश्तेदारों और दोस्तों से अचानक उपहार मिलेगा। रोमांस आपके दिल पर काबिज है। दूसरों को यह बताने के लिए ज्यादा उतावले न हों कि आज आप कैसा महसूस कर रहे हैं। अगर आप कोशिश करें तो आप अपने जीवनसाथी के साथ अपने जीवन का सबसे अच्छा दिन आज गुजार सकते हैं। भविष्य की चिंता से अधिक चिंतन की आवश्यकता होती है, इसलिए बेवजह चिंता करने की बजाय आप कोई रचनात्मक योजना बना सकते हैं।

कर्क
आज आप उम्मीदों की जादुई दुनिया में हैं। अगर आप आय में वृद्धि के स्रोत खोज रहे हैं, तो सुरक्षित आर्थिक परियोजनाओं में निवेश करें। अपनी जीवन में एक संगीत पैदा करें, समर्पण का मूल्य समझें और हृदय में प्रेम व कृतज्ञता के फूल खिलने दें। आप अनुभव करेंगे कि आपका जीवन अधिक अर्थपूर्ण हो रहा है। आज अपने प्रिय से दूर होने का दुःख आपको टीस देता रहेगा। महत्वपूर्ण लोगों के साथ बातचीत करते वक्त अपने शब्दों को गौर से चुनें। आपके जीवनसाथी की ओर से मिला कोई खास तोहफा आपके खिन्न मन को खुश करने में काफी मददगार साबित होगा। सितारों की मानें तो आज आप अपने दोस्तों के साथ एक बेहतरीन शाम गुजारने वाले हैं। बस इतना याद रखें कि कोई भी चीज जरूरत से ज्यादा हो तो अच्छी नहीं होती है।

सिंह
सेहत की तरफ जरा जयादा गौर करने की जरूरत है। आज सिर्फ बैठने की बजाय कुछ ऐसा कीजिए जो आपकी कमाई में इजाफा कर सके। लगातार डांटना-डपटना बच्चे के व्यवहार को बिगाड़ सकता है। वक्त की जरूरत यह है कि धैर्य से काम लें और बच्चों को थोड़ी आजादी दें। काम के दबाव के चलते मानसिक उथल-पुथल और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दिन के उत्तरार्ध में ज्यादा तनाव न लें और आराम करें। आज कुछ ऐसा दिन है जब चीजें उस तरह नहीं होंगी, जैसी आप चाहते हैं। जीवनसाथी के रिश्तेदारों का दखल वैवाहिक जीवन का सन्तुल बिगाड़ सकता है। आज के भाग-दौड़ भरे दौर में हम अपने परिवार को कम समय ही दे पाते हैं। लेकिन परिवार के साथ बेहतरीन लम्हे गुजारने का यह उम्दा मौका है।

कन्या
अपने दफ्तर से जल्दी निकलने की कोशिश करें और वे काम करें जिन्हें आप वाक़ई पसंद करते हैं। पैसा अचानक आपके पास अएगा, जो अपके खर्चों और बिल आदि को सम्हाल लेगा। आपके जीवन-साथी की सेहत चिंता का सबब बन सकती है और उसे चिकित्सकीय देखरेख की ज़रूरत है। अपने रोमांटिक ख्यालों को हर किसी को बताने से बचें। सामाजिक और धार्मिक समारोह के लिए बेहतरीन दिन है। आपकी व्यस्त दिनचर्या के चलते आपका जीवनसाथी आपके ऊपर शक़ कर सकता है। लेकिन दिन के अन्त तक वह आपकी बात समझेगा और आपको गले लगाएगा। अगर बहुत ज़्यादा न हो, तो आज देर रात स्मार्टफ़ोन पर गप्पें मारने में भी कोई बुराई नहीं है। हालाँकि किसी भी चीज़ की अति नुक़सानदेह है।

तुला
अपने नकारात्मक रवैये के चलते आप प्रगति नहीं कर पा रहे हैं। यह इस बात को समझने का सही वक़्त है कि चिंता की आदत ने आपके सोचने की क्षमता को खत्म कर दिया है। हालात के उजले पहलू की ओर देखें और आप पाएंगे कि चीज़ें सुधर रही हैं। जिन लोगों को आप जानते हैं, उनके जरिए आपको आमदनी के नए स्रोत मिलेंगे। बच्चों के साथ बातचीत और कामकाज में आप कुछ परेशानियां महसूस करेंगे। प्यार का जज्बा ठण्डा पड़ सकता है। आज आपके पास लोगों से मिलने-जुलने का और अपने शौक पूरे करने का पर्याप्त खाली वक़्त है। आपके वैवाहिक जीवन के लिए यह जीवन के सबसे मुश्किल समय में से एक हो सकता है। जब आपके परिजन सप्ताहांत में आपको कुछ-न-कुछ करने के लिए मजबूर करते रहें, तो ग़ुस्सा आना स्वाभाविक है। लेकिन शान्त रहना आपके फ़ायदे में साबित होगा।

वृश्चिक
जिंदगी की बेहतरीन चीजों को शिद्दत से महसूस करने के लिए अपने दिल-दिमाग के दरवाजे खोलें। चिंता को छोड़ना इसकी ओर पहला क़दम है। अपने खर्चों पर क़ाबू रखें और आज हाथ खोलकर व्यय करने से बचें। दोस्तों के साथ कुछ करते वक़्त अपने हितों को अनदेखा न करें – हो सकता है कि वे आपकी ज़रूरतों को ज़्यादा गंभीरता से न लें। आज आपके प्रिय की मनोदशा ज्वार-भाटे की तरह उतार-चढ़ाव भरी होगी। मुमकिन है कि आपके अतीत से जुड़ा कोई शख़्स आज आपसे संपर्क करेगा और इस दिन को यादगार बना देगा। आपको अपने जीवन साथी के साथ सुख समय व्यतीत करने का मौका मिलेगा। अपने  जीवनसाथी या दोस्तों के साथ ऑनलाइन मूवी देखकर  आप अपने लैपटॉप व इंटरनेट का सही इस्तेमाल कर सकते हैं।

धनु
आज का दिन आपके लिए ऊर्जा से भरा दिन नहीं है और आप छोटी-छोटी बातों पर झुंझलाएंगे। आर्थिक समस्याओं ने रचनात्मक सोचने की आपकी क्षमता को बेकार कर दिया है। ऐसा लगता है कि पारिवारिक-मोर्चे पर आप ज़्यादा ख़ुश नहीं हैं और कुछ अड़चनों का सामना कर रहे हैं। आपके लिए अपने प्रिय से दूर रहना बहुत मुश्किल होगा। लम्बे वक़्त से लटकी हुई दिक्कतों को जल्द ही हल करने की ज़रूरत है और आप जानते हैं कि आपको कहीं-न-कहीं से शुरुआत करनी होगी- इसलिए सकारात्मक सोचें और आज से ही प्रयास शुरू करें। जीवनसाथी के साथ कुछ तनातनी मुमकिन है, लेकिन शाम के खाने के साथ चीज़ें भी सुलझ जाएंगी। पूरा दिन बैठकर ऊबने की बजाय ब्लॉगिंग करें या कोई रोचक किताब पढ़ें।

मकर
अपना मूड बदलने के लिए सामाजिक मेलजोल का सहारा लें। निवेश से जुड़े अहम फैसले किसी और दिन के लिए छोड़ देने चाहिए। किसी दूर के रिश्तेदार के यहाँ से मिली आकस्मिक अच्छी खबर आपके पूरे परिवार के लिए खुशी के लम्हे लाएगी। प्रेम भगवान की पूजा की ही तरह पवित्र है। यह आपको सच्चे अर्थों में धर्म व आध्यात्मिकता की ओर भी ले जा सकता है। सेमिनार और प्रदर्शनी आदि आपको नई जानकारियां और तथ्य मुहैया कराएंगे। अपने जीवनसाथी के साथ आप आज एक शानदार शाम गुज़ार सकते हैं। तस्वीरें जीवन का दिलचस्प पहलू होती हैं – अपनी पुरानी तस्वीरों को देखकर आप पुरानी ख़ुशनुमा यादों में एक बार फिर से खो सकते हैं।

कुम्भ
आप अपनी भावनाओं पर काबू रखने में दिक्कत महसूस करेंगे – आपका अजीब रवैया लोगों को भ्रमित करेगा और इसलिए आपमे झुंझलाहट पैदा करेगा। आज का दिन ऐसी चीजों को खरीदने के लिए बढ़िया है, जिनकी कीमत आगे चलकर बढ़ सकती है। दोस्तों का सहयोग मिलेगा, लेकिन जीवन-साथी के साथ किसी छोटी-सी बात पर अनबन घर की शान्ति को भंग कर सकती है। आपका रुमानी संबंध आज थोड़ी परेशानी में पड़ सकता है। जल्दबाजी में फैसले न करें, ताकि ज़िन्दगी में आगे आपको पछताना न पड़े। आप अपने जीवनसाथी को समझने में आपसे ग़लती हो सकती है, जिसकी वजह से सारा दिन उदासी में गुज़रेगा। तस्वीरें जीवन का दिलचस्प पहलू होती हैं – अपनी पुरानी तस्वीरों को देखकर आप पुरानी ख़ुशनुमा यादों में एक बार फिर से खो सकते हैं।

मीन
भावनात्मक तौर पर आप इस बात को लेकर अनिश्चित और बेचैन रहेंगे कि आप क्या चाहते हैं। आर्थिक समस्याओं ने रचनात्मक सोचने की आपकी क्षमता को बेकार कर दिया है। बच्चे उम्मीदों पर खरे न उतरकर आपको निराश कर सकते हैं। सपनों को साकार करने के लिए उन्हें प्रोत्साहन देने की ज़रूरत है। आज अपने प्रिय को माफ़ करना न भूलें। आज के दिन शुरू किया गया निर्माण का कार्य संतोषजनक रूप से पूरा होगा। उबाऊ होती शादीशुदा ज़िन्दगी के लिए कुछ रोमांच ढूंढने की ज़रूरत है। दोस्त अकेलापन दूर करने के सबसे अच्छे माध्यमों में से एक हैं। दोस्तों के साथ समय बिताकर आज के दिन आप बेहतरीन चीज़ में समय निवेश कर सकते हैं।
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Saturday, 27 October 2018

धन-लाभ के लिए करें इस दीवाली माता लक्ष्मी के 18 पुत्रों के नाम का जाप। आचार्य मुकेश। Astro Nakshatra 27,.



मां लक्ष्‍मी धन-संपत्ति की देवी हैं जो जीवन में सुख-सौभाग्‍य को बनाएं रखती हैं. माना जाता है किे अगर पैसों की परेशानी हो तो मां लक्ष्‍मी के 18 पुत्रों का नाम लेने से अचानक धन लाभ होता हैं. यह उपाय शुक्रवार से आजमाएं और मां लक्ष्मी की कृपा से अपनी समस्‍याओं से छुटकारा पाएं.

ऋग्वेद में लक्ष्मी पुत्रों के नाम


ऋग्वेद में लक्ष्मी जी के 4 पुत्रों का नाम इस श्लोक में आया है।


आनंद: कर्दम: श्रीदश्चिकलीत इति विश्रुता|
ऋषय: श्रिय: पुत्राश्व मयि श्रीर्देवी देवता||


लेकिन आकस्मिक धन पाने के लिये आपको लक्ष्मी जी के 18 वर्ग पुत्रों के नाम लेने होंगे. इसके बाद धन की व्यवस्था स्वयं लक्ष्मी जी आकर करती हैं।

कैसे होगा धन लाभ?


अगर कभी अचानक से आपको घाटा हो जाए या फिर जॉब चली जाए या फिर बीमारी के चलते बैंक बैलेंस खत्‍म हो जाए तो बस ऐसी ही स्थिति में, लक्ष्मी जी के 18 पुत्रों का नाम, शुक्रवार से जपना शुरू कर दें.

                  मां लक्ष्‍मी के 18 पुत्र के नाम:


1. ॐ देवसखाय नम:
2. ॐ चिक्लीताय नम:
3. ॐ आनन्दाय नम:
4. ॐ कर्दमाय नम:
5. ॐ श्रीप्रदाय नम:
6. ॐ जातवेदाय नम:
7. ॐ अनुरागाय नम:
8. ॐ सम्वादाय नम:
9. ॐ विजयाय नम:
10. ॐ वल्लभाय नम: 
11. ॐ मदाय नम:
12. ॐ हर्षाय नम:
13. ॐ बलाय नम:
14. ॐ तेजसे नम:
15. ॐ दमकाय नम:
16. ॐ सलिलाय नम:
17. ॐ गुग्गुलाय नम:
18. ॐ कुरूण्टकाय नम:

🌻आज का हिन्दू पँचांग     28 October 2018🌻
🌹➡️दिन~ रविवार ।
🌺➡️विक्रम सम्वत्~2075(विरोधाकृत) 
🌸➡️शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🌸➡️द्रिक अयन~दक्षिणायण।
💮➡️द्रिक ऋतु~शरद।
🌞↗️सूर्योदय~06:34.
🌞↘️सूर्यास्त~17:35.
🌗↗️चन्द्रोदय~ 20:46.
🌗↘️चन्द्रास्त~ 09:53.
🌟➡️मास~कार्तिक।
🌠➡️पक्ष~कृष्ण पक्ष ।
🌓➡️तिथि ~  चतुर्थी 16:55.
🌙➡️चंद्रराशि~ वृषभ।
🌠➡️चंद्र नक्षत्र ~   रोहिणी 07:24.
🌈➡️योग ~परिघ 22:42+.
❄️➡️सूर्य राशि~ तुला।
❄️➡️सूर्य नक्षत्र~ स्वाति।
🏵➡️मंगल ~ मकर ♒
🏵➡️बुध ~ वृश्चिक♏
🏵➡️बृहस्पति~वृश्चिक♏
🏵➡️शुक्र (वक्री,अस्त)~ तुला♎
🏵➡️शनि ~धनु♐
🏵➡️राहु ~ कर्क♋
🏵➡️केतु ~ मकर♒
🏵➡️करण~  बालव~16:55. कौलव ~ 28:00+.
👹➡️राहुकाल~ 16:13 - 17:35.
🌺➡️अभिजीत मुहुर्त~11:43 - 12:27.
🌿↘️गंडमूल ~ 
31-10-18# 26:34 से,
02-11-18# 23:59 तक।

🔴➡️होमहुति~ मंगल
🔴➡️अग्निवास~ आकाश 16:55.
🔮➡️दिशा शूल~पश्चिम।

⚙️यात्रा 🚴
*रविवार* यात्रा प्रारंभ करते समय शक्कर अथवा उससे बने पदार्थ खाकर या घी अथवा उससे बने पदार्थ सेवन कर यात्रा करें तो सफलता मिलती है। यदि घी-शक्कर दोनों से संयुक्त व्यंजन का सेवन किया जाए तो सफलता मिलने की संभावना प्रबल होती है।

➡️अहोई अष्टमी~3 1-10-18(बुधवार)

➡️कार्तिक मास का नाम शास्त्रों में दामोदर मास नाम से भी मिलता है। शास्त्रों के अनुसार ये भी माना जाता है कि इन दिनों में पितरों को दीप दान देने से उन्हें नरक से मुक्ति मिलती है।

➡️यह माना जाता है कि इस मास में हर नदी का जल गंगा के समान पवित्र होता है। जो इस माह में डुबकी लगाते है उसे कुंभ में स्नान करने की तरह फल मिल जाता है।

➡️जैसे सतयुग के समान कोई युग नहीं, वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं, गंगा के समान कोई तीर्थ नहीं, वैसे ही कार्तिक के समान कोई मास नहीं।

💥 विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)* 💥 

♦️रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

♦️ रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)* 

💥♦️ रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)* 

💥♦️ स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।

➡️इन पाँच दिन जरूर जरूर करें दीपदान↘️

*अगर किसी विशेष कारण से कार्तिक में प्रत्येक दिन आप दीपदान करने में असमर्थ हैं तो पांच विशेष दिन जरूर करें।

🙏🏻 *पद्मपुराण, उत्तरखंड में स्वयं महादेव कार्तिकेय को दीपावली, कार्तिक कृष्णपक्ष के पाँच दिन में दीपदान का विशेष महत्व बताते हैं:-

🌷 कृष्णपक्षे विशेषेण पुत्र पंचदिनानि च* *पुण्यानि तेषु यो दत्ते दीपं सोऽक्षयमाप्नुयात्

➡ बेटा! विशेषतः कृष्णपक्ष में 5 दिन (रमा एकादशी से दीपावली तक) बड़े पवित्र हैं। उनमें जो भी दान किया जाता है, वह सब अक्षय और सम्पूर्ण कामनाओं को पूर्ण करने वाला होता है।

 💐तस्माद्दीपाः प्रदातव्या रात्रावस्तमते रवौ* *गृहेषु सर्वगोष्ठेषु सर्वेष्वायतनेषु च* *देवालयेषु देवानां श्मशानेषु सरस्सु च* *घृतादिना शुभार्थाय यावत्पंचदिनानि च* *पापिनः पितरो ये च लुप्तपिंडोदकक्रियाः

*तेपि यांति परां मुक्तिं दीपदानस्य पुण्यतः

 ➡ *रात्रि में सूर्यास्त हो जाने पर घर में, गौशाला में, देववृक्ष के नीचे तथा मन्दिरों में दीपक जलाकर रखना चाहिए। देवताओं के मंदिरों में, शमशान में और नदियों के तट पर भी अपने कल्याण के लिए घृत आदि से पाँच दिनों तक दीप जलाने चाहिए। ऐसा करने से जिनके श्राद्ध और तर्पण नहीं हुए हैं, वे पापी पितर भी दीपदान के पुण्य से परम मोक्ष को प्राप्त होते हैं।


आचार्य मुकेश
Astro nakshatra 27

Friday, 26 October 2018

आज का हिन्दू पँचांग । 27 अक्टूबर 2018 ।

💮दिन~ शनिवार💮 
🌼विक्रम सम्वत-2075(विरोधाकृत) 
🔘शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🌼द्रिक अयन-दक्षिणायण।
🌺द्रिक ऋतु~शरद।
🌞↗️सूर्योदय~06:33.
🌞↘️सूर्यास्त~17:36.
🌔↗️चन्द्रोदय~ 19:55.
🌔↘️चन्द्रास्त~ 08:50.
⚪मास~कार्तिक।
⚫पक्ष~कृष्ण पक्ष ।
🔁तिथि ~तृतीया 18:38.
🌔चंद्रराशि~ वृषभ♉
🏵🌔चंद्र नक्षत्र ~ कृत्तिका 08:21.
🏵योग ~वरिघ 25:18+.
🌞सूर्य राशि~ तुला♎
🌞सूर्य नक्षत्र~ स्वाति
🏵मंगल ~ मकर ♒
🏵बुध ~ वृश्चिक♏
🏵बृहस्पति~वृश्चिक♏
🏵शुक्र (वक्री,अस्त)~ तुला♎
🏵शनि ~धनु♐
🏵राहु ~ कर्क♋
🏵केतु ~ मकर♒
🏵करण~  वणिज~07:25, विष्टि ~ 18:38.
👺राहुकाल~ 09:19 - 10:42.
🌺अभिजीत मुहुर्त~
       11:43 - 12:27.
🐾गंडमूल ~ 
31-10-18# 26:34 से,
02-11-18# 23:59 तक।
👹पंचक ~ ❎
💧होमहुति~ मंगल
🔥अग्निवास~ 
     पाताल 18:38.
↪️दिशा शूल~पूर्व।
🚗यात्रा 🚘~
*शनिवार* 
तिल या उससे बने पदार्थ, खिचड़ी या उड़द से तैयार पदार्थ खाकर यात्रा करने से अनुकूलता आती है।
🏵करवाचौथ🌼27-10-18(शनिवार)
🏵अहोई अष्टमी-   31-10-18(बुधवार)

                               *करवाचौथ*
🏵करवा चौथ में सुहागिन अखण्ड सौभाग्यसमृद्धि की कामना से दिनभर निर्जला व्रत करते हुए रात्रि में चन्द्रमा को अर्घ्य देकर ही व्रत का पारण करती हैं। वैसे तो पुराणों के अनुसार भाद्र मास की चतुर्थी को चंद्र दर्शन निषेध किया गया है जिसे कलंक चतुर्थी के नाम से जानी जाती है लेकिन अन्य किसी भी चतुर्थी का चांद भी शुभ फल नही देता। अतः व्रती चंद्र दर्शन चलनी के द्वारा ही करें तथा नजरें झुका कर अर्ध्य दें। चंद्रमा दिखने के कलंक से बचने हेतु इस मंत्र का एक बार उच्चारण कर लें: '

सिंह: प्रसेनमवधीत्सिंहो जाम्बवता हत:।
सुकुमारक मारोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकर:"

🏵करवाचौथ पूजा का शुभ मुहूर्त 27 अक्‍टूबर 2018 दिन शनिवार को शाम 5.36 से 6.54 तक का है ।

🏵27 अक्‍टूबर को चंद्र दर्शन रात 8 बजे के बाद होंगे।

🏵कल दिन संकष्टी चतुर्थी भी है। संकष्टी चतुर्थी का उपवास भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए रखा जाता है।

🏵दिन भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा की जाती है।

🏵ज्योतिष के अनुसार हर वर्ष इस समय सूर्यदेव तुला राशि में गमन करते हैं, इसलिए भी पति के उत्तम स्वास्थ्य, लंबी उम्र और मान-सम्मान की वृद्धि के लिए करवा चौथ के व्रत का विशेष महत्व है।

🏵रात्रि में चंद्रमा के दिखने पर ही अर्घ्य प्रदान करना चाहिए। इसके साथ ही गणेश और चतुर्थी माता को भी अर्घ्य देना चाहिए।

                                *राशिफल*
♈मेष राश‌ि
ध्यान रहे कि किसी महत्वपूर्ण काम के लिए आप किसी और पर आश्रित ना रहें। ये काम आप खुद ही करें अन्यथा परिणाम कुछ निराशजनक हो सकते हैं। आज आप अपने व्यवसाय को लेकर किसी भी प्रकार के भागीदारी संबंधी प्रश्न को हल नहीं कर पाएंगे। आपको ये महसूस होगा कि भागीदारी तो चल रही है, परंतु संबंध समाप्त हो चुके हैं। आज शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकता है, इसलिए अगर आप पैसा निवेश करने की सोच रहे हैं तो हर पल चौकन्ना रहें। स्वास्थ्य सम्बन्धित परेशानी आ सकती हैं। आप महसूस करेंगे कि आप किसी बीमारी से पीड़ित नहीं हैं, परन्तु यह सब आपकी रोज की भाग दौड़ के कारण है।

♉वृष राश‌ि
आज आप जिसकी मदद करेंगे, भविष्य में वो भी आपके काम आ सकता है। इसलिए किसी की भी मदद करने से पीछे ना हटें। आज आपको अपने परिवार के किसी सदस्य की ओर से थोड़ा बहुत आर्थिक सहयोग मिल सकता है जो आपको सुकून पहुंचाएगा। यदि किसी रिश्तेदार से आपने कुछ पैसा लिया है तो वह आपको इसे चुकाने के लिए थोड़ा और समय दे सकता है।  आप काल्पनिक विचारों को अपने लक्ष्यों के आगे न आने दें। आप को यह समझना होगा कि काल्पनिक विचार कभी सच नहीं होते। आप बिना बात की परेशानी न लें, जिससे आपका स्वास्थ्य खराब हो।

♊म‌िथुन राश‌ि
आपका व्यवसाय जिस तरीके से इन दिनों चल रहा है, ऐसे में भागीदारी की एक योजना आपके मन में काम कर रही है। आज के दिन आपको इस संबंध में बात करनी चाहिए, जिससे आपको सफलता व स्थिरता मिल सकेगी। अपने सभी विकल्पों की सही पड़ताल करें। आज सर्दी से बच कर रहें कोई परेशानी हो सकती है। आपके गले में भी परेशानी हो सकती है। आप खुद को ढ़क कर रखें और कुछ ठंडा पेय पदार्थ न लें। आज की परेशानियां छोटी होगीं, परन्तु ध्यान अवश्य दें।

♋कर्क राशि
हफ्ते भर से चली आ रही बहस और तनाव से आप खुद को थका हुआ सा पाएंगे। ज्यादा तनाव ना लें और झगड़े से बचने की कोशिश करें। आज आपको कहीं से अचानक धन मिलने के संकेत हैं। आज का दिन आपके लिए भाग्यशाली है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आप अपनी जमी जमाई नौकरी छोड़ दें। हां बस आर्थिक लाभ के लिए हाथ पांव मारते रहें, लाभ होगा जो पहले नहीं दिख रहा था।

♌स‌िंह राश‌िः झगड़ों को खत्म करने की कोशिश करें
कुछ समय से आपके घर पर छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़े हो रहे हैं, लेकिन आज आपने इन झगड़ों को खत्म करने की ठान ली है। आज अपने प्रयासों से आप ये कर ही डालें। काम में सफलता मिलने के कारण आपके व्यावसायिक सपने पूरे हो सकेंगे, लेकिन फिर भी आपको मेहनत जारी रखनी चाहिए। अपनी सफलता से प्रेरणा लेकर आप और मेहनत से काम कर सकते हैं। आपके नए सम्पर्क भविष्य में सहायक होंगे, इसलिए आप अपने व्यावसायिक पत्र को जेब से निकालें व दूसरों को देने से डरें नहीं।

♍कन्‍या राश‌ि
अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आप किसी परेशानी से अकेले ही लड़ रहे हैं और कोई भी आपका साथ नहीं दे रहा है तो आप पाएंगे कि आज आपके दोस्त व परिजन आपकी हर तरह से मदद करने को तैयार हैं। विक्रय व विपणन के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए आज का दिन दबाव से मुक्ति देने वाला है। लंबित काम पूरे होंगे। इस काम को उत्पादकता के साथ लेते हुए पिछले कामों के संपादन में बिताएं। आज आप किसी नेक काम के लिए दान की सोचेंगे।

♎तुला राश‌ि
अपने नियंत्रण के बाहर की स्थिति में उलझने की जरूरत नहीं हैं। उसमें बहुत अधिक उलझने से स्थिति बिगड़ सकती है। कुछ मुश्किलों का सामना करने के बाद आपको सफलता अवश्य मिलेगी। धैर्य और साहस बनाए रखें। आज कोई खास काम या आकर्षक योजना आपको सारा दिन घेरे रहेगी। आपका सारा दिन इसके बारे में सोचने में ही निकल जाएगा। यदि आप लेखे जोखे से संबंध रखते हैं, तो आज का दिन बडा शुभ हो सकता है।

♏वृश्‍च‌िक राश‌ि
आज आपको अपने परिजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। अगर आप खुद को किसी मुसीबत में पाएं तो बेहिचक अपनों से सहयोग मांग लें। मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के कारण आपके कार्य प्रदर्शन में वृद्धी होगी। आपके काम व पढ़ाई में आप पूरा मन लगा कर काम करना चाहेंगे। हाल ही में सेहत से सम्बन्धित परेशानियों से जूझने के बाद आज आप अपने पैरों पर खड़े होकर अच्छा महसूस करेंगे।

♐धनु राश‌ि
आज आप समझ नहीं पाएंगे कि क्या करें। शांति से बैठ जाएं और सोचें कि आपकी इस उलझन का कारण क्या है। अपने उच्च अधिकारियों की मदद लें और फिर देखें कि आपको कितने अच्छे परिणाम मिलते हैं। कुछ अज्ञात कारणों से आप जो चाह रहे थे वह आपको हासिल नहीं होगा। व्यवसाय में लगे आप में से कई लोगों को हैरानी होगी कि सब कुछ करने के बावजूद मनचाही चीज नहीं मिली। आप शायद यह भी सोचें कि आज तो सब कुछ अच्छा दिख रहा है, लेकिन सप्ताहंत में परिणाम से आप निराश हो सकते हैं।

♒मकर राश‌ि
आपका दिमाग आज तेजी से काम करेगा, जिसका उपयोग आप भविष्य की योजनाएं बनाने में करेंगे। आज उन छात्रों के लिए खुशी का दिन होगा, जो इंजीनियरिंग या सीए की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स के लिए भी आज का दिन अवसरों की सौगात लेकर आएगा। यदि आप अपने काम को बदलना चाहते हैं तब आज के दिन किसी सलाहकार की सेवाएं ली जानी चाहिएं। अगर आप कानून संबंधित काम करते हैं तो आज आप बहुत व्यस्त रहेंगे।

♓कुंभ राश‌ि
आज जहां तक आपके व्यावसायिक उद्देश्यों का सवाल है, आपके सितारे गर्दिश में ही हैं। अपने लक्ष्यों को पाने के लिए अभी से काम पर लग जाएं। लक्ष्य प्राप्ति की इस राह पर शायद आपकी सभी उम्मीदें पूरी ना हो पाएं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप परिस्थितियों से हार मान लें। वे विद्यार्थी, जिन्होंने पिछले दिनों साक्षात्कार दिए हैं, वे शुभ समाचार पाकर प्रसन्न होंगे। हो सकता है कि पैसे से जुड़े किसी मामले में आज आप जोश में आकर कोई गलत फैसला कर बैठें। इसलिए आज काम-काज के समय या कोई आर्थिक फैसला लेते समय अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें। जरूरी नहीं हर आदमी हर समय अच्छा ही निर्णय ले। इसलिए हो सकता है, आपका कोई फैसला आपका ही नुकसान कर दे। इसलिए जरा संभल कर निर्णय लें।

⛎मीन राश‌ि
शैक्षणिक योग्यता बढ़ाने के लिए आज का दिन बहुत शुभ है। इस दिशा में बढ़ाए गए कदम ना केवल आपकी मानसिक योग्यता को बढ़ाएंगे, बल्कि आपके व्यावसायिक भविष्य के लिए भी लाभदायक सिद्ध होंगे। आज आप अपने लंबे समय से रुके हुई कार्य योजनाओं को पूरा कर सकेंगे। इससे ना केवल आपको मानसिक शांति मिलेगी, बल्कि करियर में भी वृद्धी होगी। अपने काम को समय पर पूरा करने की कोशिश करें, इससे आपके अधिकारियों पर आपका बहुत ही अच्छा प्रभाव पड़ेगा और आप बेकार के तनाव से भी बच सकेंगे।

Astro Nakshatra 27* Acharya Mukesh