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Acharya Mukesh

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌॥

Acharya Mukesh...Astro Nakshatra 27

“कुछ अलग करना है, तो भीड़ से हट कर चलो, भीड़ साहस तो देती है, पर पहचान छिन लेती है।”

True remedies by Dr.Mukesh

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Kundli analysis, Vastu, Palmistry and effective Remedies.

Friday, 30 November 2018

आज का पञ्चाङ्ग। 1 दिसंबर 2018। शनिवार। नवमी तिथी।

🏵दिन~ शनिवार
🌞↗️सूर्योदय~07:00.🌞↘️सूर्यास्त~17:20.
🌖↗️चन्द्रोदय~25:51+🌗↘️चन्द्रास्त~ 13:46.

☸️विक्रम सम्वत्~ 2075(विरोधाकृत) 
☸️शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
☸️द्रिक अयन~दक्षिणायण
☸️द्रिक ऋतु~शरद

✡️मास~मार्गशीर्ष
◾पक्ष~कृष्ण पक्ष 
🔘तिथि ~ नवमी 15:19. 

🌖चंद्रराशि~♌सिंह 10:05.
🌜चंद्र नक्षत्र ~उत्तराफाल्गुनी 28:19.
🛃योग ~विषकम्भ 07:44.
🌞सूर्य ~ ♏वृश्चिक
❇️सूर्य नक्षत्र~ अनुराधा
🔺मंगल ~ कुम्भ♓
🔘बुध(↩️वक्री,⬇️अस्त)~ वृश्चिक♏
🌻बृहस्पति(⬇️अस्त)~♏वृश्चिक
◻️शुक्र ~ तुला♎
◼️शनि ~धनु♐
👹राहु ~ कर्क♋
👺केतु ~ मकर♒
🏵करण~गरज ~15:19. वणिज  ~26:38+

👹राहुकाल~09:35 ➡️10:53.
👹राहुकाल वास➡️पूर्व
🏵अभिजीत मुहुर्त➡️11:49 - 12:31.
🌋गुलिक काल➡️ 07.00 से 08:18 तक

🌵गंडमूल ~ ❎
🌹होमहुति~ राहु
🔥अग्निवास➡️पृथ्वी 15:19.
⚓दिशा शूल~पूर्व⛵
🚘🚗यात्रा ~🚦शनिवार🚦
तिल या उससे बने पदार्थ, खिचड़ी या उड़द से तैयार पदार्थ खाकर यात्रा करने से अनुकूलता आती है।
🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵

यदि मार्गशीर्ष मास में कोई श्रद्धालु कम से कम तीन दिन तक ब्रह्म मुहूर्त में किसी पवित्र नदी में स्नान करें तो उसे सभी सुख प्राप्त होते हैं।  स्नान करने के बाद इष्ट देवताओं का ध्यान करना चाहिए। फिर विधिपूर्वक गायत्री मंत्र का जाप करें। स्त्रियों के लिए यह स्नान उनके पति की लंबी उम्र और अच्छा स्वास्थ्य देने वाला है। इस माह में भगवान गणेश की पूजा भी की जाती है।
🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵
आचार्य मुकेश
Astro Nakshatra 27

Thursday, 29 November 2018

आज का पंचांग। 30 नवंबर शुक्रवार। बटुक भैरव अष्टमी। आचार्य मुकेश।


✡️दिन~ शुक्रवार
☸️विक्रम सम्वत्~ 2075(विरोधाकृत) 
🕉️शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🔃द्रिक अयन~ दक्षिणायण
⛅द्रिक ऋतु~शरद
🌞↗️सूर्योदय~07:00.
☀️↘️सूर्यास्त~17:20.
🌕↗️चन्द्रोदय~24:50.     
🌕↘️चन्द्रास्त~ 13:07.
💢मास~मार्गशीर्ष
◾पक्ष~कृष्ण पक्ष 
📅तिथि ~ 🎱 अष्टमी 16:55. 
🌙चंद्रराशि~सिंह♌
🌠चंद्र नक्षत्र ~ पूर्वाफाल्गुनी 28:19.
🌡️योग ~वैधृति 10:18.
🌞सूर्य ~ वृश्चिक♏
❇️सूर्य नक्षत्र~ अनुराधा
🔺मंगल ~ कुम्भ♓ 
⬜बुध(↩️वक्री,⬇️अस्त)~ वृश्चिक♏
🌻बृहस्पति(⬇️अस्त)~वृश्चिक♏
🌼शुक्र ~ तुला♎
◾शनि ~धनु♐
👹राहु ~ कर्क♋
👺केतु ~ मकर♒
🌷करण~ कौलव ~16:55,तैतिल  ~28:05.
👹राहुकाल~10:52 - 12:10.
🎎अभिजीत मुहुर्त~11:49 - 12:30.
🏵गंडमूल ~ 
28-11-18 # 08:11 से, 30-11-18 #  05:23
🎗️होमहुति~ राहु
🔥अग्निवास~ पाताल 16:55.
🌀दिशा शूल~पाश्चिम☄️
🚘🚗यात्रा ~
*शुक्रवार*
दही या उससे बने पदार्थ का सेवन करके यात्रा करने से अनुकूलता आती है।

🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵

30 नवंबर को कालभैरव अष्टमी है। पुराने समय में इसी तिथि पर शिवजी ने कालभैरव के रूप में अवतार लिया था। इस सृष्टि की रचना सत्व, रज और तम गुणों से मिलकर हुई है। शिव पुराण के अनुसार शिवजी हर कण में बसते हैं, इस कारण शिवजी इन तीनों गुणों के नियंत्रक माने जाते हैं। शिवजी को आनंद स्वरूप में शंभू, विकराल स्वरूप में उग्र और सत्व स्वरूप में सात्विक भी पुकारा जाता है।

🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥
मार्गशीर्ष महीने में किस-किस तरह के लाभ होते हैं~
🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥🚥
🏵इस महीने में मंगलकार्य विशेष फलदायी होते हैं।

🏵इस महीने में श्रीकृष्ण की उपासना और पवित्र नदियों में स्नान विशेष शुभ होता है।

🏵इस महीने में संतान के लिए वरदान बहुत सरलता से मिलता है।

🏵साथ ही साथ चन्द्रमा से अमृत तत्व की प्राप्ति भी होती है।

🏵इस महीने में कीर्तन करने का फल अमोघ होता है।
Aacharya Mukesh N Suman
Astro Nakshatra 27

Wednesday, 28 November 2018

आज का पंचांग।29 नवम्बर 2018। सप्तमी तिथि।



🌞↗️सूर्योदय~06:59.
🌞↘️सूर्यास्त~17:20.
🌕↗️चन्द्रोदय~23:47.     
🌙↘️चन्द्रास्त~ 12:24.

🔶दिन~ गुरुवार
🔶विक्रम सम्वत्~ 2075(विरोधाकृत) 
🔶शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🔶द्रिक अयन➖ दक्षिणायण
🔶द्रिक ऋतु~शरद

👉मास~मार्गशीर्ष
⚫पक्ष~कृष्ण पक्ष 
💠तिथि ~  सप्तमी 18:46. 
🌙चंद्रराशि~कर्क♋
❇️चंद्र नक्षत्र ~ मघा 29:22.
⚜️योग ~ इंद्र 13:04.
🌞सूर्य ~ वृश्चिक♏
🌞सूर्य नक्षत्र~ अनुराधा❇️
🔺मंगल ~ कुम्भ♐
🔘बुध(↩️वक्री,⬇️अस्त)~ वृश्चिक♏
🔶बृहस्पति(⬇️अस्त)~  वृश्चिक♏
⬜शुक्र ~ तुला♎
◾शनि ~धनु♐
✴️राहु ~ कर्क♋
✴️केतु ~ मकर♒
✴️करण➖बव ~18:46.➖बालव  ~29:49.
👹राहुकाल~ 13:27 - 14:44.
⚜️अभिजीत मुहुर्त➖  11:49 - 12:30.
⚕️गंडमूल ~ 
28-11-18 ➖ 08:11 से, 30-11-18 ➖ 05:23
✳️पंचक ~ ❌
⚡होमहुति~ गुरु
🔥अग्निवास~ पृथ्वी 18:46.
⛵दिशा शूल~दक्षिण⚓
🚘🚗🚖यात्रा-*गुरुवार*
दही या उससे बने पदार्थ या मिठाई खाकर या राई चबाकर यात्रा  करने से अनुकूलता आती है।
🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵

*अगहन माह के गुरुवार करें लक्ष्मी पूजा*

🏵अगहन के प्रथम गुरुवार को परिवार की खुशहाली और समृद्घि के लिए  लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। 

🏵बुधवार की शाम घर की सफाई करने के बाद अगले दिन माता लक्ष्मी के चरण प्रतीक बनाकर पूजा की जाती है। 

🏵ऐसी मान्यता है कि तुलसी और लक्ष्मी की पूजा अगहन माह में एक साथ करने और अन्न दान करने से लक्ष्मी खुश होती हैं और उनके आगमन के बाद उनका स्थायित्व बना रहता है। अगहन के हर गुरुवार को लक्ष्मी की पूजा की जाती है। 

🏵इसके संदर्भ में सनातन धर्म में भी उल्लेख किया गया है। ग्रंथों में इसका वर्णन मिलता है कि अगहन गुरुवार को निष्ठा से लक्ष्मी की उपासना करें तो वे प्रसन्न होकर उपासक के घर स्थायी तौर पर आती हैं। इस परंपरा का निर्वाह आज के दौर में भी बड़े हर्ष और उल्लास के साथ किया जाता है। 

🏵लक्ष्मी और तुलसी साथ में पूजी जाती है। इसके चलते परिवार में लक्ष्मी का वास हमेशा रहता है।
आचार्य मुकेश

Tuesday, 27 November 2018

आज का पञ्चाङ्ग। 28-11-2018। बुधवार। षष्ठी।


🙏दिन~ बुधवार

🌞🔼सूर्योदय~06:58.
☀️🔽सूर्यास्त~17:20.
🌝🔼चन्द्रोदय~22:43.     
🌘🔽चन्द्रास्त~ 11:37.

⚛️विक्रम सम्वत्➡️ 2075(विरोधाकृत) 
☸️शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
☯️द्रिक अयन✝दक्षिणायण↩️
🌥️द्रिक ऋतु~शरद
🔶मास~मार्गशीर्ष
🔲पक्ष~कृष्ण पक्ष 
➡️तिथि ~   षष्ठी 20:51+. 
🌙चंद्रराशि~कर्क♋
🌙चंद्र नक्षत्र ~  पुष्य 08:10.
🌠योग ~ब्रह्मा 16:00.
♏सूर्य ~ वृश्चिक
🌞सूर्य नक्षत्र~ अनुराधा
♐मंगल ~ कुम्भ
♏बुध(वक्री↩️,अस्त⬇️)~ वृश्चिक
♏बृहस्पति(⬇️अस्त)~वृश्चिक
♎शुक्र ~ तुला
♐शनि ~धनु
♋राहु ~ कर्क
♒केतु ~ मकर
👧करण~गरज ~09:59,वणिज  ~20:51.
👹राहुकाल~12:09 - 13:27.
🛐अभिजीत मुहुर्त~❎
🌈गंडमूल ~ 
28-11-18 ➡️08:11 से, 30-11-18 ➡️05:23 
⚡होमहुति~ गुरु
🔥अग्निवास🛑पाताल 20:51.
⚓दिशा शूल ~ उत्तर⛵
🚜यात्रा ~
*बुधवार*
तिल या उससे निर्मित पदार्थ या राई डाले हुए पदार्थ का सेवन करें। 
🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵
*अगहन*
*(नवंबर-दिसंबर)*
🏵इस मास में सर्दी पड़ने लगती है, इसलिए इस समय ठंडे पेय पदार्थों का सेवन न करें। 
🏵वॉकिंग के उपरांत गुनगुने पानी से नहाएं। 
🏵नए चावल, चिवड़ा, खजूर, बाजरे की रोटी, नारियल, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।
🏵इस महीने में व्यायाम करना लाभदायक होता है। इस महीने में अधिक ठंडी तथा गर्म चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
🏵अगहन महीने में जीरा नहीं खाना चाहिए।
🏵तेल मालिश शुभ फल देती है।
🏵वसायुक्त भोजन खाना चाहिए।
🏵प्रतिदिन गीता का पाठ करें।
🏵किसी पवित्र नदी में स्नान का विशेष महत्व है।
आचार्य मुकेश

Monday, 26 November 2018

आज का पञ्चाङ्ग। 27:11:2018।


🏵दिन~ मंगलवार
🏵विक्रम सम्वत्~2075(विरोधाकृत) 
🏵शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🏵द्रिक अयन~दक्षिणायण
🏵द्रिक ऋतु~शरद

🏵↗️सूर्योदय~06:57.
🏵↘️सूर्यास्त~17:20.
🏵↗️चन्द्रोदय~21:38.     
🏵↘️चन्द्रास्त~ 10:44.

🏵मास~मार्गशीर्ष
🏵पक्ष~कृष्ण पक्ष 
⁉️तिथि ~  पंचमी 23:09+. 
🌘चंद्रराशि~कर्क♋
🏵चंद्र नक्षत्र ~  पुनर्वसु 09:50.
🏵योग ~  शुक्ल 19:06.
🏵सूर्य ~ वृश्चिक♏
🏵सूर्य नक्षत्र~ अनुराधा
🏵मंगल ~ कुम्भ♐
🏵बुध(वक्री,अस्त)~ वृश्चिक♏
🏵बृहस्पति(अस्त)~वृश्चिक♏
🏵शुक्र ~ तुला♎
🏵शनि ~धनु♐
🏵राहु ~ कर्क♋
🏵केतु ~ मकर♒
🏵करण~  कौलव ~12:21. तैतिल  ~23:09.
👹राहुकाल~14:44 - 16:02.
🏵अभिजीत मुहुर्त~  11:48 - 12:29.
🏵गंडमूल ~ 
28-11-18 # 08:11 से, 30-11-18 #  05:23 .
🏵होमहुति~ मंगल 09:50.
🔥अग्निवास 🔥  पृथ्वी 23:09.
🏵दिशा शूल ~ उत्तर💧
🏵यात्रा ~
🎈*मंगलवार*🎈
गुड़ या उससे बने व्यंजन का सेवन कर यात्रा करें।
🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵
*मार्गशीर्ष(अगहन) 2018 (भारत)।*
प्रारंभ:
शनिवार, 8 दिसंबर.
समाप्ति:
रविवार, 6 जनवरी 2019.
🏵29-11-18~कालभैरव जयन्ती
🏵02-11-18~सर्वार्थ &अमृत सिद्धि योग।
 

                       *राशिफल*
मेष- चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ
जिन लोगों को आप जानते हैं, उनके ज़रिए आपको आमदनी के नए स्रोत मिलेंगे। कुछ लोग जितना कर सकते हैं, उससे कई ज़्यादा करने का वादा कर देते हैं। ऐसे लोगों को भूल जाएँ जो सिर्फ़ गाल बजाना जानते हैं और कोई परिणाम नहीं देते। आप प्रेम की आग में धीरे-धीरे ही सही, लेकिन लगातार जलते रहेंगे। आपके काम की गुणवत्ता देखकर आपके वरिष्ठ आपसे प्रभावित होंगे। मुमकिन है कि आपके अतीत से जुड़ा कोई शख़्स आज आपसे संपर्क करेगा और इस दिन को यादगार बना देगा। आपका वैवाहिक जीवन आपके परिवार के चलते नकारात्मकर रूप से प्रभावित हो सकता है, लेकिन आप दोनों होशियारी से चीज़ें संभाल सकते हैं।

वृष- ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो
आप अपने सकारात्मक रवैये और आत्मविश्वास की वजह से आस-पास के लोगों को प्रभावित करेंगे। दीर्घावधि मुनाफ़े के नज़रिए से स्टॉक और म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना फ़ायदेमंद रहेगा। आपका ज्ञान और हास-परिहास आपके चारों ओर लोगों को प्रभावित करेगा। आज प्यार के मामले में सामाजिक बंधन तोड़ने से बचें। मुमकिन है कि कामकाज के मोर्चे पर यह काफ़ी मुश्किल दिन रहे। अपने काम और शब्दों पर ग़ौर करें क्योंकि आधिकारिक आंकड़े समझने में मुश्किल होंगे, अगर आप कुछ गड़बड़ करते हैं तो।

मिथुन- का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा
आपको सेहत से जुड़ी परेशानियों के चलते अस्पताल जाना पड़ सकता है, अतः सावधानी अपेक्षित है। आर्थिक तंगी से बचने के लिए अपने तयशुदा बजट से दूर न जाएँ। आर्थिक स्थिति में सुधार आना तय है, लेकिन परिवार में किसी बच्चे की सेहत को चिकित्सकीय देखभाल की ज़रूरत पड़ सकती है। आपके प्यार के रिश्ते में एक जादूई एहसास छा रहा है, इसकी ख़ूबसूरती महसूस करें। मानसिक स्पष्टता आपको व्यवसाय में प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त दिलाएगी। आप सारी पुरानी दुविधाएँ ख़त्म करने में भी सफल रहेंगे।

कर्क- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
पैसे कमाने के नए मौक़े मुनाफ़ा देंगे। संभव है कि दोस्त ही आपको ग़लत रास्ता दिखलाएँ। आज रुमानियत का मौसम ज़रा ख़राब लगता है, क्योंकि आपका साथी आपसे आज कुछ ज़्यादा ही अपेक्षा करेगा। महिला सहकर्मी बहुत मददगार रहेंगी और अटके कामों को भली-भांति पूरा करने में सहयोग देंगी। आज कुछ ऐसा दिन है जब चीजें उस तरह नहीं होंगी, जैसी आप चाहते हैं। अगर आप अपने जीवनसाथी की छोटी-छोटी बातों को नज़रअन्दाज़ करेंगे, तो उन्हें बुरा लग सकता है।

सिंह- मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे
आपकी समस्याएँ आज आपके मानसिक सुख को नष्ट कर सकती हैं। बोलते समय और वित्तीय लेन-देन करते समय सावधानी बरतने की ज़रूरत है। लोगों के साथ ठीक तरह से पेश आएँ, ख़ास तौर पर उनके साथ जो आपसे प्यार करते हैं और आपका ख़याल रखते हैं। दूसरों को ख़ुशियाँ देकर और पुरानी ग़लतियों को भुलाकर आप जीवन को सार्थक बनाएंगे। इससे पहले कि वरिष्ठ को पता लगे, लंबित काम जल्दी ही निबटा लें।

कन्या- टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो
निराशावादी रवैये से बचें क्योंकि न सिर्फ़ यह आपकी संभावनाओं को कम कर देगा, बल्कि शरीर के आंतरिक संतुलन को भी बिगाड़ देगा। कोई बड़ी योजनाओं और विचारों के ज़रिए आपका ध्यान आकर्षित कर सकता है। किसी भी तरह का निवेश करने से पहले उस व्यक्ति के बारे में भली-भांति जाँच-पड़ताल कर लें। परिवार के सदस्य कई चीज़ों की मांग कर सकते हैं। प्यार के नज़रिए से यह दिन बेहद ख़ास रहेगा। कार्यक्षेत्र में अचानक से आपकी ऊर्जा का स्तर काफ़ी नीचे जा सकता है, जिसके चलते आपको कठिनाई का सामना करना पड़ेगा।

तुला- रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते
आर्थिक समस्याओं ने रचनात्मक सोचने की आपकी क्षमता को बेकार कर दिया है। घर के लोग आपके ख़र्चीले स्वभाव की आलोचना करेंगे। आपको भविष्य के लिए पैसे जमा करने चाहिए, नहीं तो आगे आप मुश्किल में पड़ सकते हैं। आज आप महसूस करेंगे कि प्यार दुनिया में हर मर्ज़ की दवा है। अगर आप कई दिनों से कामकाज में दिक़्क़त महसूस कर रहे हैं, तो आज के दिन आपको राहत महसूस हो सकती है। जल्दबाज़ी में फ़ैसले न करें, ताकि ज़िन्दगी में आगे आपको पछताना न पड़े। 

वृश्चिक- तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू
मनोरंजन और सौन्दर्य में इज़ाफ़े पर ज़रुरत से ज़्यादा वक़्त न ख़र्च करें। आपकी परेशानी आपके लिए ख़ासी बड़ी हो सकती है, लेकिन आस-पास के लोग आपके दर्द को नहीं समझेंगे। शायद उन्हें लगता हो कि इससे उन्हें कोई लेना-देना नहीं है। आपका हमदम आपको पूरे दिन याद करता रहेगा। उसे कोई प्यारा सरप्राइज़ देने की योजना बनाएँ और इसे उसके लिए एक ख़ूबसूरत दिन में तब्दील करने के बारे में सोचें। दफ़्तर की राजनीति हो या फिर कोई विवाद, चीज़ें आपके पक्ष में झुकी नज़र आएंगी। सड़क पर बेक़ाबू गाड़ी न चलाएँ और बेजा ख़तरा मोल लेने से बचें।

धनु- ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे
परिवार की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए आपको कुछ कर दिखाने की ज़रूरत है। कोई बेहतरीन नया विचार आपको आर्थिक तौर पर फ़ायदा दिलायेगा। अपने दोस्तों को अपने उदार स्वभाव का ग़लत फ़ायदा न उठाने दें। कुछ लोगों के लिए जल्द ही शादी की शहनाई बज सकती है, जबकि दूसरे ज़िन्दगी में नए रोमांस का अनुभव करेंगे। आज फ़ायदा हो सकता है, बशर्ते आप अपनी बात भली-भांति रखें और काम में लगन व उत्साह दिखाएँ। आपको ऐसी जगहों से महत्वपूर्ण बुलावा आएगा, जहाँ से आपने इसकी कभी कल्पना भी न की हो। 

मकर- भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी
आज सफलता का मंत्र यह है कि उन लोगों की सलाह पर पैसे लगाएँ, जो मौलिक सोच रखते हों और अनुभवी भी हों। बहन का स्नेह आपको प्रोत्साहन देगा। लेकिन छोटी-मोटी बातों पर आपा खोने से बचें, क्योंकि इससे आपके हितों को नुक़सान पहुँचेगा। आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। आज आपका दुःख बर्फ़ की तरह पिघल जाएगा। अपनी कोशिशों को सही दिशा दें और आपको असाधारण क़ामयाबी से नवाज़ा जाएगा। आज का दिन फ़ायदेमंद साबित होगा, क्योंकि ऐसा लगता है कि चीज़ें आपके पक्ष में जाएंगी और आप हर काम में अव्वल रहेंगे।

कुंभ- गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा
आपको लंबे समय से महसूस हो रही थकान और तनाव से आराम मिलेगा। इन परेशानियों से स्थायी निजात पाने के लिए जीवन-शैली में बदलाव लाने का सही समय है। अपने निवेश और भविष्य की योजनाओं को गुप्त रखें। जो लोग आपके क़रीब हैं, वे आपका ग़लत फ़ायदा उठा सकते हैं। जिसे आप चाहते हैं, उसके साथ आपका तल्ख़ रवैया आपके रिश्ते में दूरी बढ़ा सकता है। किसी लघु या मध्यावधि पाठ्यक्रम में दाखिला लेकर अपनी तकनीकी क्षमताओं में निखार लाएँ। दूसरों को राज़ी करने की आपकी प्रतिभा आपको काफ़ी फ़ायदा पहुँचाएगी। 

मीन- दी, दू, थ,झ, दे, दो, चा, ची
आपके ख़र्चों में बढ़ोतरी होगी, जो आपके लिए परेशानी का सबब साबित हो सकती है। सामूहिक आयोजन में कोई आपको मज़ाक का विषय बना सकता है। लेकिन होशियारी का इस्तेमाल करें और तल्ख़ प्रतिक्रिया न दें, नहीं तो मुश्किल में पड़ सकते हैं। आज आपके प्रिय की मनोदशा ज्वार-भाटे की तरह उतार-चढ़ाव भरी होगी। कुछ लोगों को विदेश से कोई ख़ास ख़बर या व्यावसायिक प्रस्ताव मिल सकता है।

स्कन्दपुराण के अनुसार धनतेरस की शाम करें यम दीप दान, मिटेगा अकाल मृत्यु का भय


स्कंद पुराण के अनुसार, इस दिन प्रदोष काल (शाम) में यमराज के निमित्त दीप और नैवेद्य समर्पित करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता। इसकी विधि इस प्रकार है-

दीपदान के बाद दक्षिण दिशा में मुख करके यमराज को करें प्रणाम-

मृत्युना पाशदण्डाभ्यां कालेन च मया सह। त्रयोदश्यां दीपदनात् सूर्यज: प्रीयतामिति।।

इसके बाद हाथ में फूल लेकर नीचे लिखा मंत्र बोलते हुए यमदेव को दक्षिण दिशा में नमस्कार करें- ऊं यमदेवाय नम:। नमस्कारं समर्पयामि।।

अब यह फूल दीपक के समीप छोड़ दें और हाथ में एक बताशा लें तथा नीचे लिखा मंत्र बोलते हुए उसे भी दीपक के पास रख दें- ऊं यमदेवाय नम:। नैवेद्यं निवेदयामि।।

अब हाथ में थोड़ा-सा जल लेकर आचमन के लिए नीचे लिखा मंत्र बोलते हुए दीपक के पास छोड़ दें- ऊं यमदेवाय नम:। आचमनार्थे जलं समर्पयामि।

अब फिर से यमदेव को ऊं यमदेवाय नम: कहते हुए दक्षिण दिशा में नमस्कार करें। इस तरह दीपदान करने से यमराज प्रसन्न होते हैं और अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता।

इसलिए धनतेरस पर करते हैं दीपदान... 

एक समय यमराज ने अपने दूतों से पूछा कि- क्या कभी तुम्हें प्राणियों के प्राण का हरण करते समय किसी पर दयाभाव भी आया है, तो वे संकोच में पड़कर बोले- नहीं महाराज! यमराज ने उनसे दोबारा पूछा तो उन्होंने संकोच छोड़कर बताया कि- एक बार एक ऐसी घटना घटी थी, जिससे हमारा हृदय कांप उठा था। हेम नामक राजा की पत्नी ने जब एक पुत्र को जन्म दिया तो ज्योतिषियों ने नक्षत्र गणना करके बताया कि यह बालक जब भी विवाह करेगा, उसके चार दिन बाद ही मर जाएगा। यह जानकर उस राजा ने बालक को यमुना तट की एक गुफा में ब्रह्मचारी के रूप में रखकर बड़ा किया। एक दिन जब महाराजा हंस की युवा बेटी यमुना तट पर घूम रही थी तो उस ब्रह्मचारी युवक ने मोहित होकर उससे गंधर्व विवाह कर लिया। चौथा दिन पूरा होते ही वह राजकुमार मर गया। अपने पति की मृत्यु देखकर उसकी पत्नी बिलख-बिलखकर रोने लगी। उस नवविवाहिता का करुण विलाप सुनकर हमारा हृदय भी कांप उठा। उस राजकुमार के प्राण हरण करते समय हमारे आंसू नहीं रुक रहे थे। तभी एक यमदूत ने पूछा -क्या अकाल मृत्यु से बचने का कोई उपाय नहीं है? यमराज बोले- हां एक उपाय है। अकाल मृत्यु से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति को धनतेरस पर पूजन और दीपदान विधिपूर्वक करना चाहिए। जहां यह पूजन होता है, वहां अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता।























Sunday, 25 November 2018

आज का पंचांग। 26:11:2018। गणेश चतुर्थी व्रत।


🏵दिन~ सोमवार

🏵सूर्योदय~06:56.
🏵सूर्यास्त~17:20.
🏵चन्द्रोदय~20:34.     
🏵चन्द्रास्त~ 09:47.

🏵विक्रम सम्वत्~2075(विरोधाकृत) 
🏵शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🏵द्रिक अयन~दक्षिणायण
🏵द्रिक ऋतु~शरद
🏵मास~मार्गशीर्ष
🏵पक्ष~कृष्ण पक्ष 
🏵तिथि ~  चतुर्थी 25:35+. 
🏵चंद्रराशि~मिथुन
🏵चंद्र नक्षत्र ~ 
      आर्द्रा 11:38.
🏵योग ~शुभ 22:19.
🏵सूर्य ~ वृश्चिक
🏵सूर्य नक्षत्र~ अनुराधा
🏵मंगल ~ कुम्भ
🏵बुध(वक्री,अस्त)~ वृश्चिक
🏵बृहस्पति(अस्त)~वृश्चिक
🏵शुक्र ~ तुला
🏵शनि ~धनु
🏵राहु ~ कर्क
🏵केतु ~ मकर
🏵करण~
     बव ~14:50.
     बालव  ~25:35+.
🏵राहुकाल~08:14 - 09:32.
🏵अभिजीत मुहुर्त~11:47 - 12:29.
🏵गंडमूल ~ 
28-11-18 # 08:11 से, 30-11-18 #  05:23 .
🏵होमहुति~ मंगल
🏵अग्निवास~पाताल 25:35.
🏵दिशा शूल ~ पूर्व
🏵यात्रा ~
*सोमवार*
दुग्ध या उससे बने पदार्थ या खीर खाकर अथवा दर्पण में देखकर, मस्तक पर तिलक कर यात्रा करें। दोनों उपाय कर यात्रा करें तो शुभ संभावना में बहुत वृद्धि होती है। पान खाकर निकलें या फिर किसी पौधे में पानी डालकर निकलें तो यात्रा चार गुना अधिक शुभ होती है।
🏵गगणेश चतुर्थी व्रत~ 26-11-18(सोमवार)

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🏵अगहन मास को मार्गशीर्ष कहने के पीछे भी कई तर्क हैं। भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अनेक स्वरूपों में व अनेक नामों से की जाती है। इन्हीं स्वरूपों में से एक मार्गशीर्ष भी श्रीकृष्ण का रूप है।

🏵मार्गशीर्ष शुक्ल 12 को उपवास प्रारम्भ कर प्रति मास की द्वादशी को उपवास करते हुए कार्तिक की द्वादशी को पूरा करना चाहिए।प्रति द्वादशी को भगवान विष्णु के केशव से दामोदर तक 12 नामों में से एक-एक मास तक उनका पूजन करना चाहिए। इससे पूजक 'जातिस्मर' पूर्व जन्म की घटनाओं को स्मरण रखने वाला हो जाता है तथा उस लोक को पहुंच जाता है, जहां फिर से संसार में लौटने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

🏵मार्गशीर्ष की पूर्णिमा को चन्द्रमा की अवश्य ही पूजा की जानी चाहिए, क्योंकि इसी दिन चन्द्रमा को सुधा से सिंचित किया गया था। इस दिन माता, बहिन, पुत्री और परिवार की अन्य स्त्रियों को एक-एक जोड़ा वस्त्र प्रदान कर सम्मानित करना चाहिए। इस मास में नृत्य-गीतादि का आयोजन कर उत्सव भी किया जाना चाहिए।

🏵मार्गशीर्ष की पूर्णिमा को ही 'दत्तात्रेय जयन्ती' मनाई जाती है। 

🏵इस  माह में शंख में तीर्थ का पानी भरें और घर में जो पूजा का स्थान है उसमें भगवान के ऊपर से शंख मंत्र बोलते हुए घुमाएं, बाद में यह जल घर की दीवारों पर छीटें। इससे घर में शुद्धि बढ़ती है, शांति आती है, क्लेश दूर होते हैं।

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          *राशिफल*
मेष- चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ
अपने आप पर एक सीमा के बाद दबाव न डालें और पर्याप्त आराम लें। हँसी-मज़ाक में कही गयी बातों को लेकर किसी पर शक़ करने से बचें। ऐसा कोई जिसे आप जानते हैं, आर्थिक मामलों को ज़रूरत से ज़्यादा गंभीरता से लेगा और घर में थोड़ा-बहुत तनाव भी पैदा होगा। आज के दिन रोमांस में बाधा आ सकती है, क्योंकि आपके प्रिय का मूड ज़्यादा अच्छा नहीं है। अगर आप अपनी योजनाओं को सबके सामने खोलने में बिल्कुल नहीं हिचकते, तो आप अपनी परियोजना को ख़राब कर सकते हैं। सड़क पर बेक़ाबू गाड़ी न चलाएँ और बेजा ख़तरा मोल लेने से बचें।

वृष- ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो
आपके ख़र्चों में बढ़ोतरी होगी, जो आपके लिए परेशानी का सबब साबित हो सकती है। कुल मिलाकर फ़ायदेमंद दिन है। लेकिन आप समझते थे जिसपर आप आँखें बंद करके यक़ीन कर सकते हैं, वह आपके भरोसे को तोड़ सकता है। आप के दिल की धड़कनें आपके प्रिय के साथ कुछ ऐसे चलेंगी कि आज जीवन में प्यार का संगीत बज उठेगा। नए प्रस्ताव आकर्षक होंगे, लेकिन जल्दबाज़ी में निर्णय लेना समझदारी का काम नहीं है। आज सोच-समझकर क़दम बढ़ाने की ज़रूरत है जहाँ दिल की बजाय दिमाग़ का ज़्यादा इस्तेमाल करना चाहिए।

मिथुन- का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा
घरेलू परेशानियाँ आपको तनाव दे सकती हैं। आर्थिक तौर पर सुधार के चलते आप आसानी से काफ़ी वक़्त से लंबित बिल और उधार चुका सकेंगे। हो सकता है कि आप अपने परिवार के लोगों की सभी बातों से सहमत न हों, लेकिन आपको उनके तजुर्बे से सीखने की कोशिश करनी चाहिए। नई योजनाएँ आकर्षक होंगी और अच्छी आमदनी का ज़रिया साबित होंगी। आज सोच-समझकर क़दम बढ़ाने की ज़रूरत है जहाँ दिल की बजाय दिमाग़ का ज़्यादा इस्तेमाल करना चाहिए।

कर्क- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
सेहत को देखभाल की ख़ास ज़रूरत है। लम्बे अरसे को मद्देनज़र रखते हुए निवेश करें। शाम को रसोई के लिए ज़रूरी चीज़ों की ख़रीदारी आपको व्यस्त रखेगी। अपने प्रिय के साथ आज अच्छी तरह बर्ताव करें। व्यावसायिक साझीदार सहयोग करेंगे और आप साथ मिलकर टलते आ रहे कामों को पूरा कर सकते हैं। हितकारी ग्रह कई ऐसे कारण पैदा करेंगे, जिनकी वजह से आज आप ख़ुशी महसूस करेंगे।

सिंह- मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे
लम्बे अरसे को मद्देनज़र रखते हुए निवेश करें। अपने परिवार के सदस्यों की ज़रूरतों पर ध्यान देना आज आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। रोमांचक दिन है, क्योंकि आपका प्रिय आपको उपहार दे सकता है। आप लम्बे समय से दफ़्तर में किसी से बात करना चाह रहे थे। आज ऐसा होना मुमकिन है। उन लोगों पर नज़र रखें जो आपको ग़लत राह पर ले जा सकते हैं या फिर ऐसी जानकारी दे सकते हैं जो आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकती है।

कन्या- टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो
आज आपके पास प्रचुर ऊर्जा होगी लेकिन काम का बोझ आपकी खीज की वजह बन सकता है। हालाँकि धन आपकी मुट्ठियों से आसानी से सरक जाएगा, लेकिन आपके अच्छे सितारे तंगी नहीं आने देंगे। अपने पारिवारिक सदस्यों को तय नहीं करने दीजिए कि आज के दिन आपको क्या करना है और क्या नहीं। आपके प्रिय का अस्थिर बर्ताव आज रोमांस को बिगाड़ सकता है। अपनी पेशेवर क्षमताओं को बढ़ाकर आप करियर में नए दरवाज़े खोल सकते हैं। अपने क्षेत्रे में आपको अपार सफलता मिलने की संभावना भी है। अपनी सभी क्षमताओं को निखारकर औरों से बेहतर बनने की कोशिश करें।

तुला- रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते
आर्थिक समस्याओं ने रचनात्मक सोचने की आपकी क्षमता को बेकार कर दिया है। आप महसूस करेंगे कि दोस्त और रिश्तेदार आपकी ज़रूरतों को नहीं समझते हैं। लेकिन ज़रूरत दूसरों में बदलाव लाने की नहीं, बल्कि ख़ुद में बदलाव लाने के लिए ईमानदार कोशिश करने की है। काम के दबाव के चलते मानसिक उथल-पुथल और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दिन के उत्तरार्ध में ज़्यादा तनाव न लें और आराम करें। कार्यक्षेत्र की बात करें तो आपकी टीम का सबसे ज़्यादा खीझने वाला व्यक्ति काफ़ी समझदारी की बातें करता नज़र आ सकता है।

वृश्चिक- तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू
आज आप अपने परिचितों पर अपने फ़ैसले थोपने की कोशिश करेंगे, तो आप अपने हितों को ही नुक़सान पहुँचाएंगे। हालात का सामना धैर्य से करना ही अच्छे परिणाम दे सकता है। ख़ुशमिज़ाज रहें और प्यार की राह में बाधाओं का सामना करने के लिए तैयार रहें। तरोताज़गी और मनोरंजन के लिए बढ़िया दिन, लेकिन अगर आप काम कर रहे हैं तो व्यावसायिक लेन-देन में सावधानी की ज़रूरत है। अगर आज आप यात्रा कर रहे हैं तो आपको अपने सामान की अतिरिक्त सुरक्षा करने की ज़रूरत है।

धनु- ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे
क़ुदरत ने आपको आत्मविश्वास और तेज़ दिमाग़ से नवाज़ा है इसलिए इनका भरपूर इस्तेमाल कीजिए। आज आप अच्छा पैसा कमाएंगे लेकिन ख़र्च में इज़ाफ़ा आपके लिए बचत को और ज़्यादा मुश्किल बना देगा। परिवार के साथ रिश्ते-नातों में नयी जान डालने का सही समय है। आज के दिन रोमांस के नज़रिए से कोई ख़ास आशा नहीं की जा सकती है। करिअर में तरक़्क़ी के लिए नयी क्षमताएँ विकसित करना और नयी तकनीकें सीखना महत्वपूर्ण रहेगा।

मकर- भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी
व्यस्त दिनचर्या के बावजूद स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। ख़र्च करते वक़्त ख़ुद आगे बढ़ने से बचें, नहीं तो आप खाली जेब लेकर घर लौटेंगे। प्रभावशाली और महत्वपूर्ण लोगों से परिचय बढ़ाने के लिए सामाजिक गतिविधियाँ अच्छा मौक़ा साबित होंगी। आपका दिमाग़ काम-काज की उलझनों में फँसा रहेगा, जिसके चलते आप परिवार और दोस्तों के लिए समय नहीं निकाल पाएंगे।

कुंभ- गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा
अतिरिक्त धन को रियल एस्टेट में निवेश किया जा सकता है। अपनी उपयोगिता की ताक़त को सकारात्मक सोच और बातचीत के ज़रिए विकसित करें, ताकि आपके परिवार के लोगों को लाभ हो। घर में परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं- लेकिन अपने साथी को छोटी-छोटी बातों के लिए ताने देने से बचें। नई शुरू की परियोजनाएँ उम्मीद के मुताबिक़ परिणाम नहीं देंगी। अगर आज आप ख़रीदारी के लिए निकलते हैं, तो कोई अच्छी पोशाक ले सकते हैं। किसी पड़ोसी, दोस्त या रिश्तेदार की वजह से वैवाहिक जीवन में अनबन मुमकिन है।

मीन- दी, दू, थ,झ, दे, दो, चा, ची
किसी भी क़ीमत पर अपना आपा न खोएँ, नहीं तो परिवार में कभी न मिटने वाली दरार पड़ सकती है। अगर आप कोशिश करें तो आप शांति और तालमेल बनाए रखने में क़ामयाब रहेंगे। एक बंटा हुआ घर बिखर जाता है। आपके ख़र्चे बजट को बिगाड़ सकते हैं और इसलिए कई योजनाएँ बीच में अटक सकती हैं। नवयुवकों को स्कूल प्रोजेक्ट की बाबत कुछ राय लेने की ज़रूरत हो सकती है। आज किसी ऐसे इंसान से मिलने की संभावना है जो आपके दिल को गहराई से छूएगा। आज कार्यालय में आपको कुछ अच्छा समाचार सुनने को मिल सकता है।
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संकष्टी चतुर्थी 2018| 26 November MONDAY|


कृष्ण-पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन प्रथम पूज्य भगवान गणेश की आराधना सुख-सौभाग्य की दृष्टि से श्रेष्ठ है।

भगवान गणेश के भक्त संकष्टी चतुर्थी के दिन सूर्योदय से चन्द्रोदय तक उपवास रखते हैं। संकट से मुक्ति मिलने को संकष्टी कहते हैं। भगवान गणेश जो ज्ञान के क्षेत्र में सर्वोच्च हैं, सभी तरह के विघ्न हरने के लिए पूजे जाते हैं। इसीलिए यह माना जाता है कि संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से सभी तरह के विघ्नों से मुक्ति मिल जाती है।

संकष्टी चतुर्थी का उपवास कठोर होता है जिसमे केवल फलों, जड़ों (जमीन के अन्दर पौधों का भाग) और वनस्पति उत्पादों का ही सेवन किया जाता है। संकष्टी चतुर्थी व्रत के दौरान साबूदाना खिचड़ी, आलू और मूँगफली श्रद्धालुओं का मुख्य आहार होते हैं। श्रद्धालु लोग चन्द्रमा के दर्शन करने के बाद उपवास को तोड़ते हैं। मान्‍यता है कि ये व्रत सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक होता है।


संकष्टी चतुर्थी का महत्‍व

संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन का बेहद महत्‍व होता है। इस व्रत को चंद्र दर्शन के साथ पूर्ण करना अत्‍यंत शुभ होता है। इसके बाद ही व्रत पूरा माना जाता है। कहते हैं संकष्टी के दिन व्रत रखने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। सालभर में संकष्टी चतुर्थी के 13 व्रत रखे जाते हैं और हर व्रत के लिये एक अलग व्रत कथा भी होती है।

आइए, जानें कैसे करें यह व्रत : व्रत का प्रभाव (आचार्य मुकेश के द्वारा)

जब किसी जातक की जन्मकुंडली में बुध ग्रह ठीक न हो, जैसे अशुभ भावो का स्वामी हो.....अशुभ ग्रहों से द्वारा द्रष्ट हो......या शुभ भाव में होकर भी निर्बल हो........क्रूर ग्रहों के साथ युति हो रही हो.....जिसके प्रभाव से उसके जीवन में धनाभाव (आर्थिक समस्या) स्वास्थ्य की समस्या, व्यापार में निरंतर हानि जैसे परिणाम मिल रहे हो तो शास्त्र में बुधग्रह के जाप, दान व पूजा, श्री गणेश जी की पूजा, बुधवार व गणेश चतुर्थी के साथ व्रत का नियम है | 

सभी गृहस्थों को जीवन में कम से कम एक बार संकट चतुर्थी व्रत अवश्य करना चाहिए। इससे जीवन में कोई बाधा नहीं आती। सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। 

जो चतुर्थी तिथि में उपवास कर श्रीगणपति अथर्वशीर्ष जप करता है, वह विद्यावान् हो जाता है।

किसी विशेष कामना की पूर्ति के लिए संकट चतुर्थी व्रत का संकल्प लेकर इसे पूर्ण करना चाहिए। इससे कामना अवश्य पूरी होती है।

भगवान श्री गणेश की कृपा से सिद्धि-बुद्धि, ज्ञान-विवेक की प्राप्ति होती है। इस व्रत को करने से मनुष्य में स्वाभाविक रूप से ज्ञान प्रवाहित होता है।

ज्योतिष की दृष्टि से देखा जाए तो संकट चतुर्थी व्रत करने से नवग्रहों की शांति होती है। जीवन में शुभता आती है।

जन्म कुंडली में यदि चंद्र बुरे प्रभाव दे रहा हो तो यह व्रत करने से चंद्र की अनुकूलता प्राप्त होती है।

जीवनसाथी की स्वस्थता और दीर्घायु प्राप्ति के लिए पुरुष या स्त्री समान रूप से इस व्रत को कर सकते हैं।

उच्च कोटि की संतान प्राप्ति के लिए यह व्रत करना चाहिए।




कैसे करें संकष्टी गणेश चतुर्थी :-


* चतुर्थी के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।


* इस दिन व्रतधारी लाल रंग के वस्त्र धारण करें।व्रत का संकल्प लें। 

* श्रीगणेश की पूजा करते समय अपना मुंह पूर्व अथवा उत्तर दिशा की ओर रखें।


* तत्पश्चात स्वच्छ आसन पर बैठकर भगवान गणेश का पूजन करें।


* फल, फूल, रौली, मौली, अक्षत, पंचामृत आदि से श्रीगणेश को स्नान कराके विधिवत तरीके से पूजा करें।


* गणेश पूजन के दौरान धूप-दीप आदि से श्रीगणेश की आराधना करें।

* श्री गणेश को तिल से बनी वस्तुओं, लड्‍डू तथा मोदक का भोग लगाएं। 'ॐ सिद्ध बुद्धि सहित महागणपति आपको नमस्कार है। नैवेद्य के रूप में मोदक व ऋतु फल आदि अर्पित है।'


* सायंकाल में व्रतधारी संकष्टी गणेश चतुर्थी की कथा पढ़े अथवा सुनें .


*चतुर्थी को श्रीगणपति अथर्वशीर्ष पाठ जरूर करें। गणपति अथर्वशीर्ष संस्कृत में रचित एक लघु उपनिषद है। इस उपनिषद में गणेश को परम ब्रह्म बताया गया है। यह अथर्ववेद का भाग है।


* चतुर्थी के दिन व्रत-उपवास रख कर चन्द्र दर्शन करके गणेश पूजन करें।


* तत्पश्चात गणेशजी की आरती करें।


* विधिवत तरीके से गणेश पूजा करने के बाद गणेश मंत्र 
'ॐ गणेशाय नम:' अथवा
 'ॐ गं गणपतये नम: की एक माला (यानी 108 बार गणेश मंत्र का) जाप अवश्य करें।

Aacharya Mukesh

Astro Nakshatra 27

Saturday, 24 November 2018

आज का पञ्चाङ्ग। 25 नवम्बर 2018। आचार्य मुकेश।


🛑दिन~ रविवार🛑
🌞↗️सूर्योदय~06:56.
☀️↘️सूर्यास्त~17:20.
🌛↗️चन्द्रोदय~19:33.     
🌛↘️चन्द्रास्त~ 08:44.

🚦विक्रम सम्वत्~2075(विरोधाकृत) 
🚦शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🚦द्रिक अयन~🔁दक्षिणायण
🚦द्रिक ऋतु~शरद
🚦मास~मार्गशीर्ष
🚦पक्ष~कृष्ण पक्ष 
🚦🚦तिथि ~ द्वितीया 09:01. 
🌛चंद्रराशि~♊मिथुन
❇️चंद्र नक्षत्र ~ मृगशिरा 13:27.
✴️योग ~साध्य 25:35.
♏सूर्य ~ वृश्चिक
☀️🌠सूर्य नक्षत्र~ अनुराधा
♐मंगल ~ कुम्भ
♏बुध(↩️वक्री,⬇️अस्त)~ वृश्चिक
♏बृहस्पति(⬇️अस्त)~वृश्चिक
♎शुक्र ~ तुला
♐शनि ~धनु
♋राहु ~ कर्क
♒केतु ~ मकर
🏵करण~वणिज ~17:22.👺विष्टि (भद्रा) ~28:06+.
👹राहुकाल~16:02 - 17:20.
🤡अभिजीत मुहुर्त~11:47 - 12:29.
🚫गंडमूल ~ 
28-11-18 को 08:11 से, 30-11-18 को 05:23 तक
🚫पंचक ~ ❌
☢️होमहुति~ 🔺मंगल
🔥अग्निवास~🌏 पृथ्वी 28:06.
❄️दिशा शूल ~ पश्चिम⚓
⛵यात्रा ~🛑रविवार🛑
यात्रा प्रारंभ करते समय शक्कर अथवा उससे बने पदार्थ खाकर या घी अथवा उससे बने पदार्थ सेवन कर यात्रा करें तो सफलता मिलती है। यदि घी-शक्कर दोनों से संयुक्त व्यंजन का सेवन किया जाए तो सफलता मिलने की संभावना प्रबल होती है।
🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑🛑

                       *मार्गशीर्ष महीना*

🏵मार्गशीर्ष मास को हिन्दू पंचांग के अनुसार अगहन मास भी कहा जाता है। 

🏵सत युग में देवों ने मार्गशीर्ष मास की प्रथम तिथि को ही वर्ष प्रारंभ किया। 

🏵इसी मास में कश्यप ऋषि ने सुन्दर कश्मीर प्रदेश की रचना की। इसी मास में महोत्सवों का आयोजन होना चाहिए। यह अत्यं‍त शुभ होता है। 

🏵मार्गशीर्ष मास में इन 3 पावन पाठ की बहुत महिमा है ~ 
1. विष्णुसहस्त्र नाम, 
2. भगवत गीता और 
3. गजेन्द्रमोक्ष। 
इन्हें दिन में 2-3 बार अवश्य पढ़ें। 

🏵इस मास में 'श्रीमद भागवत' ग्रन्थ को देखने भर की विशेष महिमा है। स्कन्द पुराण में लिखा है- घर में अगर भागवत हो तो अगहन मास में  दिन में एक बार उसको प्रणाम करना चाहिए। 

🏵इस मास में अपने गुरु को, इष्ट को ॐ दामोदराय नमः कहते हुए प्रणाम करने से जीवन के अवरोध समाप्त होते हैं। 
आचार्य मुकेश
Astro Nakshatra 27 से