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Monday, 3 December 2018

मंगलवार का पंचांग, 04 December 2018, Panchang, पंचांग, Aaj Ka Panchang, आज का पंचांग


हिन्दू धर्म में पंचाग को बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि नित्य पंचाग को पढ़ने वाले जातक को देवताओं का आशीर्वाद मिलता है उसको इस लोक में सभी सुख और कार्यो में सफलता प्राप्त होती है। पंचाग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :-

1:- तिथि (Tithi)
2:- वार (Day) 
3:- नक्षत्र (Nakshatra) 
4:- योग (Yog) और 
5:- करण (Karan)

शास्त्रों के अनुसार पंचाग को पढ़ना सुनना बहुत शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम जी भी नित्य पंचाग को सुनते थे ।


     04 दिसम्बर 2018 का पंचांग :- 

                                                                 🍁दिन~  मंगलवार
🌞↗️सूर्योदय :- प्रातः 07:03
☀️↘️सूर्यास्त :- सायं 05:20
  🌜↗️चन्द्रोदय~28:49 AM+. ↘️चन्द्रास्त~ 15:36.

✡️विक्रम सम्वत्~  2075(विरोधाकृत) 
🍁शकसम्वत्~1940 (विलंबी)
🍁द्रिक अयन~  दक्षिणायण
🌼द्रिक ऋतु~शरद
🌼मास~मार्गशीर्ष(अगहन)
⚫पक्ष~कृष्ण पक्ष 
                                              🔟तिथि ~ द्वादशी 12:20 तक

तिथि का स्वामी - द्वादशी तिथि के स्वामी विष्णु है तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव है ।
द्वादशी तिथि के स्वामी श्री हरि विष्णु जी हैं। द्वादशी को इनकी पूजा , अर्चना करने से मनुष्य को समस्त सुख और ऐश्वर्यों की प्राप्ति होती है, उसे समाज में सर्वत्र आदर मिलता है। इस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना अत्यन्त श्रेयकर होता है। द्वादशी के दिन तुलसी तोड़ना निषिद्ध है। द्वादशी के दिन यात्रा नहीं करनी चाहिए, इस दिन यात्रा करने से धन हानि एवं असफलता की सम्भावना रहती है। द्वादशी के दिन मसूर का सेवन वर्जित है।

                                       🔴वार :- मंगलवार
🔆नक्षत्र :- स्वाती - 03:00 AM, दिसम्बर 05 तक, विशाखा

नक्षत्र के देवता एवं ग्रह्स्वामी :- स्वाती नक्षत्र के देवता समीर है एवं विशाखा नक्षत्र के देवता इन्द्र और अग्नि है ।


योग (Yog) - शोभन - 11:49 PM तक अतिगण्ड

प्रथम करण : - तैतिल 12:20

द्वितीय करण : - गर 5 दिसम्बर 12:08

शुभ समय


अभिजित मुहूर्त
11:51 AM से 12:32 PM
अमृत काल
06:09 PM से 07:45 PM
विजय मुहूर्त
01:54 PM से 02:35 PM
गोधूलि मुहूर्त
05:09 PM से 05:33 PM
सायाह्न सन्ध्या
05:20 PM से 06:42 PM
निशिता मुहूर्त
11:44 PM से 12:39 AM, दिसम्बर 05
ब्रह्म मुहूर्त
05:14 AM, दिसम्बर 05 से 06:09 AM., दिसम्बर 05
प्रातः सन्ध्या
05:41 AM, दिसम्बर 05 से 07:03 AM., दिसम्बर 05


👿गुलिक काल : - दोपहर 12:11 से 13:28 बजे तक 
👹राहुकाल :- 14:45 से 16:03 तक ।
 राहुकाल में कोई भी नया शुभ कार्य एवं यात्रा नहीं करनी चाहिए। 

यमगण्ड :-09:37 AM से 10:54 PM
दुर्मुहूर्त:-09:06 PM से 09:47 PM 22:49 PM से 23:44 PM

☢️दिशाशूल - 
मंगलवार को उत्तर दिशा का दिकशूल होता है । सफलता के लिए घर से गुड़ खाकर जाएँ ।

विशेष -
 द्वादशी को पोई का सेवन नहीं करना चाहिए ।
पर्व त्यौहार- द्वादशी तिथि यात्रादि को छोड़कर सभी धार्मिक शुभ कार्य किये जा सकते हैं।


ग्रह-स्थिति:
🌞सूर्य-राशि ~ वृश्चिक♏
🌙चंद्र-राशि~तुला♎
🏵सूर्य नक्षत्र~ ज्येष्ठा
🔺मंगल ~ कुम्भ♓
🔘बुध(वक्री↩️)~ वृश्चिक♏
🔶बृहस्पति(अस्त⬇️)~वृश्चिक♏
◽शुक्र ~ तुला♎
◾शनि ~धनु♐
👹राहु ~ कर्क♋
👺केतु ~ मकर♒
                                          🔥अग्निवास➡️पृथ्वी 

नोट :- पंचांग ( Panchang ) को नित्य पढ़ने से सभी देवता प्रसन्न रहते है, जीवन से विघ्न दूर होते है, कुंडली के ग्रह भी शुभ फल देने लगते है। अत: सभी जातको को नित्य पंचाग को अनिवार्य रूप से पढ़ना ही चाहिए और अपने इष्ट मित्रो को भी इससे अवगत कराके पुण्य भी अर्जित करना चाहिए ।
आचार्य मुकेश
Astro Nakshatra 27

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