सफेद रंग का धागा:
धनतेरस पर खरीदी गर्इ झाड़ू से जुड़ा पहला नियम कहता है कि जब आप उसे खरीदकर अपने घर लायें तो उसके हैंडल पर एक सफेद रंग का धागा बांध लें. ऐसा करने से मां लक्ष्मी आपके घर में स्थिर बनी रहती हैं.
मत्स्य पुराण के अनुसार झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है।
बृहत संहिता में झाड़ू को सुख की वृद्धि करने वाला और दुष्ट शक्तियों का नाश करने वाला बताया गया है।
धर्मग्रंथ मनुस्मृति में झाड़ू को घर में दरिद्रता को हटाने का कारक कहा गया है। इसके इस्तेमाल से मनुष्य की दरिद्रता दूर होती है। घर में झाड़ू से झाड़ लगाने से कर्ज से भी मुक्ति मिलती है।
झाड़ू के चलते हुई द्रौपदी की शादी
झाड़ू की चर्चा महाभारत में भी मिलती है। भगवान श्रीकृष्ण ने झाड़ (झाड़ू) से अर्जुन-द्रौपदी की शादी होने, दुर्बलता से शक्ति प्राप्त करने और धनाढ्य होने की कहानी बतायी है। आचार्य के अनुसार महाभारत के नायक अर्जुन और द्रौपदी की शादी होने में झाड़ू की अहम भूमिका रही थी। दंत कथाओं के अनुसार द्रौपदी की शादी अर्जुन से नहीं हो पा रही थी। तब एक टोटका किया गया। घर में झाड़ू से झाड़ लगायी गयी। इसके बाद द्रौपदी और अर्जुन की शादी हो गयी।
झाड़ू खड़ा रखने से शत्रु बाधा पैदा करते हैं
झाड़ू को घर में छिपा कर रखने और सही स्थान पर रखने की परंपरा है। मान्यता है कि झाड़ू को खड़ा रखने से शत्रु बाधा से परेशानी होती है। झाड़ू को लिटा कर या छुपा कर रखने से दुष्ट शक्ति और शत्रु की परेशानी नहीं झेलनी पड़ती है।
तीन तरह की होती है झाड़ू
कुश की झाड़ू:-पूजा स्थल और तंत्र शक्तियों में इस्तेमाल किया जाता है .
मोरपंख की झाड़ू:-देवताओं की बलैया और न्योछावर करने में इस्तेमाल
फूल-परागन झाड़ू: इस झाड़ू से घर को झाड़ने पर दरिद्रता का नाश होता है|
एक साथ तीन झाड़ू:
आपने हमेशा अपने बड़ों के मुंह से यह करते सुना होगा कि कभी भी कोई चीज तीन नहीं खरीदनी चाहिये| यहां तक कि कोई भी चीज कभी तीन लेकर भी नहीं बैठनी चाहिये. लेकिन धनतेरस वाले दिन यह कोशिश करनी चाहिए कि झाडू हमेशा तीन से सेट में ही खरीदें कभी भी दो या चार के सेट में ना खरीदें.
झाड़ू ढककर रखें:
झाड़ू को हमेशा ढककर रखें. अगर आप झाड़ू को खुले में कहीं भी उठाकर रख देते हैं तो याद रखें कि यह आपके घर में कलह की बड़ी वजह तक बन सकता है. इससे परिवार के कर्इ लोगों में मनमुटाव या झगड़े तक की नौबत आ जाती है.
मंदिर में झाड़ू दान:
झाडू से जुड़ी एक और भी मान्यता है कि दिवाली वाले दिन झाडू मंदिर में दान में देने से मां की कृपा होती है. लेकिन, यह भी ध्यान रखें के दिवाली के दिन सूर्योदय से पहले ही झाडू मंदिर में दान करें. लेकिन, आपको इस सभी बातों के साथ एक और बात का भी ध्यान रखना होगा वह है कि आपको धनतेरस से पहले से झाडू खरीद लेनी होगी.
सावधानियां :--
हिंदू धर्म में झाडू को देवी लक्ष्मी का सूचक माना जाता है इसलिए कभी भी झाडू को पैर से नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करना देवी लक्ष्मी का अपमान माना जाता है.. इससे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है।साथ ही झाड़ू को ऐसे स्थान पर भी नही रखना चाहिए जहां जूते, चप्पल रखे हों।
घर में झाड़ू रखने के समय ये ध्यान रखना चाहिए कि झाड़ू कभी भी ऐसे स्थान पर ना हो जहां बाहरी लोगों की सीधी नजर उस पर पड़ें..इसे हमेशा छुपा कर रखना चाहिए। साथ ही ये भी ध्यान रहे कि इसे घर के ईशान कोण में नहीं रखनी चाहिए क्योंकि इससे देव आगमन में बाधाएं आती हैं और दुर्भाग्य स्वयं चलकर घर में प्रवेश करता है। झाड़ू को रखने का सबसे उचित स्थान घर का दक्षिण पश्चिम कोण बताया गया है।
सूर्यास्त के पश्चात घर में झाडू नहीं लगाना चाहिए.. ऐसा करने से लक्ष्मी रुष्ट हो जाती है।घर में झाड़ू लगाने का उचित समय दिन के पहले चार पहर बताए गए हैं। रात के चार पहरों में झाड़ू लगाने से दरीद्रता अपने पैर पसारती है।
कई बार लोग घर में झाड़ू को खड़ा कर रख देते हैं लेकिन वास्तु की दृष्टि से ये बेहद हानिकारक है इससे घर में बेवजह कलह होता रहता है…साथ ही इससे भाग्य के मार्ग में अनेक बाधाएं आने लगती हैं तथा देवी लक्ष्मी रुष्ट होती हैं.. इसलिए झाड़ू को हमेशा लेटाकर ही रखें।
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1. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए किसी भी मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में तीन झाड़ुओं का गुप्त दान करें। साथ ही झाड़ू दान करने के पहले शुभ मुहूर्त अवश्य देख लें। अगर उस दिन कोई शुभ योग, त्योहार हो तो इस दान की महत्ता बढ़ जाती है और घर में स्थाई लक्ष्मी का वास होता है।
2. आप अगर किसी नए घर में प्रवेश करें, तो ये ध्यान रहे कि नई झाड़ू लेकर ही घर के अंदर जाए.. यह शुभ शकुन माना जाता है.. इससे नए घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहेगी।
3. शनिवार वाले दिन नई झाडू का उपयोग करना शुभ माना जाता है।
ACHARYA MUKESH
ASTRO NAKSHATRA 27
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